चांपा. स्थानीय नगरपालिका दफ्तर में बैठकर वर्षों से बाबूगीरी करने वाले राजस्व निरीक्षक अब अपने मूल पद पर लौटेंगे। नगरपालिका का पूरा कामकाज अब सेटअप के अनुसार ही होगा। अभी तक सहायक राजस्व निरीक्षकों से लेखापाल, सफाई विभाग, जल विभाग, सूचना का अधिकार सहित अन्य काम लिया जा रहा था, लेकिन प्लेसमेंटकर्मियों के आंदोलन से वापस लौटने के बाद हर काम सेटअप के अनुसार ही होने की बात उनसे खरी-खरी कही गई है। यह नियम केवल उन्हीं के लिए है या सबके लिए यह स्पष्ट नहीं था, लेकिन जब मीडिया ने नपाध्यक्ष से बात की तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि प्लसमेंटकर्मियों के साथ ही नियमित कर्मचारियों के लिए भी यह नियम लागू होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो नपा में ताला लगा दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नगरपालिका चांपा के 87 प्लेसमेंट कर्मचारी बीते 11 जुलाई से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे। जिले के प्रभारी मंत्री अमर अग्रवाल सहित कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के आश्वासन पर कर्मी जब काम करने पहुंचे तो सीएमओ ज्योत्सना टोप्पो ने उन्हें संसाधन उपलब्ध कराने से मना कर दिया। इस बीच भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष संतोष जब्बल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रदीप नामदेव सहित अन्य भाजपाईयों की उपस्थिति में नपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल के साथ एक बैठक हुई, जिसमें प्लेसमेंट कर्मियों को भी बुलाया गया था। बैठक में नपाध्यक्ष ने वेतन भुगतान और ईपीएफ के संबंध में जानकारी दी। इससे प्लेसमेंटकर्मी सहमत हो गए। वहीं ईएसआईसी सहित अन्य दो मांगों के लिए सोमवार को एक बार और सीएमओ के साथ बैठक कर मामला सुलझाना तय हुआ। सोमवार को जब कर्मी काम करने गए तो सीएमओ टोप्पो ने उनसे साफ शब्दों में कहा कि यहां कम्प्यूटर आपरेटर के तीन पद स्वीकृत है। भले ही अब तक सात लोगों से काम लिया जा रहा था, लेकिन अब सेटअप के अनुसार ही काम होगा। इतना सुनने के बाद प्लेसमेंटकर्मी फिर से आक्रोशित हो गए। शनिवार को हुई बातचीत के मुताबिक प्लेसमेंटकर्मी सीधे भाजपाईयों के पास चले गए। इधर, मीडिया ने भी नगर मंडल अध्यक्ष संतोष जब्बल और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रदीप नामदेव को यथास्थिति की जानकारी देते हुए नपा में आने को कहा, लेकिन सहकारी बैंक के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण दोनों दोपहर तीन बजे तक नगरपालिका नहीं पहुंच सके थे। प्लेसमेंटकर्मियों को सेटअप की दुहाई देने की बात जब मीडिया में आई और जब पड़ताल की गई तो यहां नियमित कई सहायक राजस्व निरीक्षकों से सेटअप के अनुसार काम नहीं कराया जा रहा है। इस संबंध में नपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल से बात की गई तो उनका कहना था कि यह नियम केवल प्लेसमेंट कर्मियों के लिए ही नहीं, बल्कि नियमित कर्मचारियों के लिए भी लागू होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो नगरपालिका में ताला लगा दिया जाएगा।
ये कर्मचारी लौटेंगे मूल पद पर
जानकारी लेने पर पता चला कि यहां सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर नरेश देवांगन कार्यरत है, लेकिन सीएमओ टोप्पो उनको लेखापाल जैसे महत्वपूर्ण पद पर काम करा रही हैं, जबकि नपा में ही योग्य नियमित कर्मचारी है। नपा के पार्षदों ने सहायक राजस्व निरीक्षक नरेश देवांगन की नियुक्ति को फर्जी बताते हुए कलेक्टर से शिकायत भी की है। इसी तरह सहायक राजस्व निरीक्षक के पद पर धर्मेन्द्र पाठक भी कार्यरत हैं, लेकिन इनसे सफाई विभाग के प्रभारी का काम लिया जा रहा है। वहीं सहायक राजस्व निरीक्षक लकेश्वर सिदार को जल विभाग का प्रभारी बनाया गया है। पंप अटेंडेंट दशाराम को सूचना का अधिकार आवेदन के लिए जवाबदारी दी गई है तो लालजी को बाबू बना दिया गया है। नपाध्यक्ष के मुताबिक ये सभी अब अपने मूल पद पर लौटकर काम करेंगे।
नियमितकर्मियों के लिए भी नियम
नपा में कम्प्यूटर आपरेटर के तीन पद हैं और इन्हीं पदों पर प्लेसमेंटकर्मियों से काम लिया जाएगा, जबकि अन्य कर्मियों से दूसरे काम लिए जाएंगे। नियमितकर्मियों के लिए भी यही नियम है। सेटअप के अनुसार इन्हें भी अपने मूल पद पर लौटना होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो नगरपालिका में ताला लगा देंगे।
-राजेश अग्रवाल, नपाध्यक्ष, चांपा
अब सबकुछ हो गया है ठीक
सहकारी बैंक में कार्यक्रम था। इस वजह से नपा पहुंचने में विलंब हुआ। हमने सीएमओ ज्योत्सना टोप्पो से बात की है। वो मान गई हैं कि पहले जिस तरह की व्यवस्था नपा में थी, उसी तरह की व्यवस्था आगे भी रहेगी। बदलाव करने से पूरा नगरपालिका का कामकाज प्रभावित होगा। अब सबकुछ ठीक हो गया है।

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