जांजगीर-चांपा. सांस्कृतिक नगरी नैला में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव सेवा समिति द्वारा इस बार नौरत्न और नोटों से सुसज्जित मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। हीरा, मोती, सोना-चांदी और 2000, 500, 200 एवं 50 रुपए के नए नोट जडि़त प्रतिमा जहां आकर्षण का केन्द्र होगा, वहीं 100 फिट के राजस्थानी घाघरा में मां की प्रतिमा का अलौकिक श्रृंगार चार चांद लगाएगा। दुर्गा उत्सव को लेकर आयोजन समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है। नैला स्टेशन के बाहर प्रतिमा स्थापना के लिए भव्य डोम-पंडाल सजाया जा रहा है।
क्वांर नवरात्रि की शुरूआत 21 सितम्बर से हो रही है। इस दौरान जहां जिले भर में नौ दिनों तक देवी दुर्गा की आराधना होगी। वहीं नैला स्टेशन के सामने परिसर में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित कर दुर्गोत्सव मनाया जाएगा। दरअसल, सांस्कृतिक नगरी नैला में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव सेवा समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष अलग-अलग स्वरूप में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। पूर्व के वर्षों में यहां शंख, दस और पांच रुपए के सिक्के, चांदी के सिक्के, सोने-चांदी तथा हीरा-मोती जडि़त मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। वहीं पिछले वर्ष आयोजन समिति द्वारा भव्य पंडाल सजाकर स्वर्णाभूषणों से जडि़त मां दुर्गा के नौ रूपों वाली प्रतिमा स्थापित की गई थी। साथ ही आकर्षक झांकियां भी लगाई गई थी, जिसे देखने के लिए प्रदेश ही नहीं, बल्कि आसपास के राज्य मध्यप्रदेश, उड़ीसा, बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, झारखंड तथा कई राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे थे। आयोजन समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष कुछ न कुछ नया करने का प्रयास किया जाता है। इसी कड़ी में इस बार हीरा, मोती, सोना-चांदी और 2000, 500, 200 एवं 50 रुपए के नए नोटों से जडि़त प्रतिमा स्थापित किए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि नौ रत्नों से जडि़त मां दुर्गा की प्रतिमा का 100 फिट के राजस्थानी घाघरा से अलौकिक श्रृंगार किया जाएगा। आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। आयोजकों ने बताया कि प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया गया है, ताकि मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा का अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुजन दर्शन कर पुण्य लाभ उठा सकें।
50 फिट ऊंचा भव्य शिवलिंग प्रवेश द्वार
आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि हर साल कुछ न कुछ नया करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में इस बार छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बसोड़ कलाकारों से बांस का 100 फिट चौड़ा एवं 50 फिट ऊंचा भव्य शिवलिंग प्रवेश द्वार तैयार करवाया जा रहा है। इसके अलावा दुर्गोत्सव पंडाल में भगवान श्रीराधाकृष्ण, श्रीगणेश, श्रीनहरियाबाबा, श्रीद्वारिकाधीश, श्रीनाथ, श्रीबांकेबिहारी, श्रीतिरुपति बालाजी, श्रीसीताराम एवं श्रीश्याम प्रभु की भव्य एवं आकर्षक झांकी भी प्रमुख आकर्षक का केन्द्र होगी।
पंडाल की लाइटिंग होगी आकर्षक
नैला स्थित स्टेशन परिसर में आयोजित इस दुर्गोत्सव में पंडाल की लाइटिंग भी आकर्षक होगी। आयोजकों ने बताया कि मुंबई की प्रसिद्ध स्टेट लाइटिंग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही कोलकाता के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा पंडाल की फूलों से भव्य सजावट की जाएगी। वहीं बिलासपुर के टेंट व्यापारी द्वारा यहां भव्य डोम पंडाल सजाया जाएगा। आयोजकों ने बताया कि उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान रखा जाएगा।
दुर्गोत्सव को लेकर खास पहचान
दुर्गोत्सव को लेकर सांस्कृतिक नगरी नैला की देश भर में खास पहचान बन चुकी है। यहां का दुर्गोत्सव छत्तीसगढ़ ही नहीं, वरन पूरे भारत की शान है। यही वजह है कि यहां स्थापित माता की प्रतिमा का दर्शन करने कई राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन पहुंचते हैं। खास बात यह है कि दुर्गोत्सव के दौरान रायगढ़-बिलासपुर मार्ग पर चलने वाली अमूमन सभी ट्रेनें श्रद्धालुओं से खचाखच भरीं होती हैं। वहीं कई लोग विभिन्न साधनों से यहां का दुर्गोत्सव देखने के लिए पहुंचते हैं।
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