गुरुवार, 30 मार्च 2017

हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी पदोन्नति नहीं, दफ्तरों का चक्कर काट रही दो शिक्षक

बलौदा. नगर पंचायत में पदस्थ दो सहायक शिक्षक पंचायत को उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी पदोन्नति नहीं दी जा रही है। दोनों शिक्षिकाएं कोर्ट का आदेश लेकर दफ्तरों का चक्कर काट रही है। जनदर्शन, लोक सुराज अभियान सहित अन्य मौके पर कलेक्टर व नगर पंचायत में आवेदन देकर थक चुकी दोनों शिक्षकों ने आगामी पांच अप्रैल से जनपद कार्यालय के सामने धरना देने की चेतावनी दी है। उन्होंने इस आशय का ज्ञापन कलेक्टर और सीएमओ को सौंपा है।

नगर पंचायत बलौदा में अंजना श्रीवास और यामिनी मिश्रा सहायक शिक्षक पंचायत के पद पर पदस्थ हैं। दोनों प्रमोशन की अवधि पूर्ण कर चुकी हैं। इनके लिए नगर के दो स्कूलों में पद भी रिक्त है। इसके बावजूद इन्हें अब तक प्रमोशन नहीं दिया जा रहा है। वर्ष 2014 में उच्च न्यायालय में प्रमोशन के लिए इनके द्वारा याचिका दायर की गई थी। याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के सिंगल बेंच ने दोनों का प्रमोशन तीन माह के भीतर करने का आदेश 13 फरवरी 2014 को दिया, लेकिन तीन साल बाद भी उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नहीं हो सका है। याचिकाकर्ताओं ने हाईकोर्ट के आदेश की कापी के साथ नगर पंचायत में कई बार आवेदन किया, लेकिन इसकी अनदेखी की गई। 

याचिकाकर्ता अपने पक्ष में आदेश होने के बाद भी भटकने को मजबूर हैं। ऐसे में इनके द्वारा लोक सुराज अभियान, कलेक्टर जनदर्शन में भी शिकायत दी गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। नगर पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों को हाईकोर्ट के आदेश की कोई परवाह नहीं है। 

इससे परेशान दोनों शिक्षाकर्मियों ने पांच अप्रैल से जनपद कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन करने की सूचना कलेक्टर व सीएमओ को दी है। इस संबंध में नगर पंचायत के सीएमओ सूरज कुमार सिदार का कहना है कि उनके द्वारा डीईओ कार्यालय और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग में पत्राचार किया गया है।

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