चंद्रहासिनी मंदिर में बलि प्रथा को लेकर जूदेव ने एक बार फिर दिया विवादित बयान
जांजगीर-चांपा. यूपी के नवनियुक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक ओर जहां समूचे उत्तरप्रदेश में बूचडख़ाना बंद कराकर पशु वध रोकने पर जोर दे रहे हैं, जिसे छत्तीसगढ़ सरकार भी अमल में लाने की कवायद में जुटी हुई है। वहीं चंद्रपुर के भाजपा समर्थित विधायक और छत्तीसगढ़ राज्य बेवरेजेस कार्पोरेशन के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह जूदेव ने चंद्रपुर में अपने विधायक रहते तक बलि प्रथा जारी रखने का चैलेंज किया है। जूदेव ने स्वयं तथा अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से साफ शब्दों में कहा है कि धार्मिक नगरी चंद्रपुर में शराब की बिक्री को बंद कराने वे एड़ी-चोंटी का जोर लगा देंगे, लेकिन बलि प्रथा किसी भी हाल में बंद होने नहीं देंगे। जूदेव का यह विवादित बयान एक बार फिर तूल पकडऩे लगा है।

दरअसल, चंद्रपुर विधायक और छत्तीसगढ़ राज्य बेवरेजेस कार्पोरेशन के अध्यक्ष जूदेव ने हाल ही में एक बड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि धार्मिक नगरी चंद्रपुर में शराब की बिक्री पर पूर्णतया रोक लगाने के पक्ष में हैं और इस दिशा में वे हरसंभव प्रयास करेंगे, लेकिन चंद्रपुर में बलि प्रथा कभी बंद नहीं हो सकती। जूदेव ने साफ शब्दों में कहा है कि उनके विधायक तक धार्मिक नगरी चंद्रपुर में बलि प्रथा को कोई भी बंद नहीं करवा सकता।

पहले भी कर चुके हैं खुला चैलेंज
चंद्रपुर के भाजपा समर्थित विधायक और छत्तीसगढ़ राज्य बेवरेजेस कार्पोरेशन के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह जूदेव ने शासन के स्पष्ट फरमान के बावजूद वर्ष 2010 में धार्मिक नगरी चंद्रपुर में स्वयं पशु बलि देकर सरकार को खुला चैलेंज किया था। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और सरकार की खूब किरकिरी हुई। इस मामले की पूरी रिपोर्ट राज्य शासन ने कलेक्टर से मंगवाई थी। सरकार ने रिपोर्ट के आधार पर उचित निर्णय लेने का दावा किया था, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
हाईकोर्ट तक पहुंचा था मामला
धार्मिक नगरी चंद्रपुर में क्षेत्रीय विधायक जूदेव द्वारा शुरू कराए गए पशु बलि प्रथा को लेकर गायत्री परिवार से जुड़े कुछ लोगों ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर में याचिका दायर किया था। संबंधित लोगों ने याचिका के माध्यम से चंद्रपुर में बलि प्रथा पर पूर्णतया रोक लगाने का आग्रह किया था। बलि प्रथा से संबंधित यह मामला कुछ वर्षों तक ठंडा रहा, लेकिन विधायक जूदेव ने बलि प्रथा को लेकर हाल ही में एक विवादित बयान देकर फिर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
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