बंदियों को नहीं मिल रहा पानी, जिला जेल परिसर में स्थापित पांच बोरवेल्स फेल
जांजगीर-चांपा. भीषण गर्मी में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है। जिला मुख्यालय जांजगीर में चहुंओर पानी की किल्लत है, जिससे आमजन परेशान हैं। वहीं पानी की समस्या जिला जेल परिसर में विकराल रूप ले चुकी है। आलम यह है कि जेल परिसर में स्थापित पांच बोरवेल्स फेल हो गए हैं, जिससे जेल में निरूद्ध बंदियों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। जेल परिसर में स्थित विभागीय आवास में रहने वाले कर्मचारी भी पानी की समस्या से त्रस्त हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खोखराभाठा स्थित जिला जेल परिसर व कर्मचारी आवास में पांच बोरवेल्स हैं, लेकिन फरवरी के प्रारंभ से ही सभी बोर का जलस्तर गिर गया और यहां पानी के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। जिला जेल में तैनात कर्मचारी भी पास ही के शासकीय मकान में रहते हैं, वे भी जल संकट से जूझ रहे हैं। वहीं जेल में निरूद्ध बंदियों से मिलने पहुंचे परिजनों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। जेल प्रशासन द्वारा जेल में बंद 261 बंदियों के लिए रोजाना तीन टैंकर पानी मंगाया जाता है, लेकिन सुबह पानी विलंब से पहुंचने के कारण बंदियों को निस्तारी के लिए परेशानी होती है। टैंकर कभी सुबह नौ तो कभी 10 बजे पहुंता है। ऐसे में उन्हें निस्तार के लिए रोज पानी का इंतजार करना पड़ता है।
लगातार गिर रहा भू-जल स्तर
बढ़ती गर्मी से शहर में जलसंकट गहराने लगा है। मार्च के प्रारंभ होते ही शहर का जल स्तर गिर जाता है। हालांकि इस वर्ष सामान्य बारिश हुई, लेकिन जिले में जलसंकट अन्य वर्षो की तुलना में इस वर्ष अधिक गहरा गया है। क्षेत्र का जलस्तर गिरने के चलते जेल परिसर के अंदर लगे बोर से पानी नहीं निकल रहा है। ऐसे में यहां फरवरी माह के प्रारंभ से ही पानी की किल्लत शुरू हो गई है। भू-जल स्तर गिरने के कारण शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में लगभग माह भर पूर्व से ही कई बोर बंद हो गए हैं। वहीं अब दिन भर में कहीं एक बाल्टी तो कहीं बमुश्किल पीने का पानी मिल रहा है। ऐसे में नगरपालिका व पुलिस प्रशासन द्वारा कुछ टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है, जो पर्याप्त नहीं है। ऐसे में जेल में बंद कैदियों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है।
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