जांजगीर-चांपा. जिला न्यायालय परिसर में आठ अप्रैल को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 163 प्रकरणों को निपटारा हुआ। वहीं तीन लाख 69900 रुपए का समझौता अवार्ड पारित किया गया।
आपराधिक मामले में सुलह के लिए उपस्थित वृद्ध प्रार्थी दशरथ कुलदीप एवं जिला न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जंाजगीर-चांपा के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव द्वारा संयुक्त रूप से मंा सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पहार चढ़ाकर एवं दीप प्रज्जवलन कर ’नेशनल लोक अदालत’ का शुभारंभ किया गया। इसके बाद कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एके धु्रव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संघरत्ना भतपहरी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूजा जायसवाल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव विभा पाण्डेय तथा जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अजय केशरवानी द्वारा भी मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया। प्राधिकरण की सचिव पाण्डेय ने बताया कि प्रकरणों के समुचित निराकरण के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष के निर्देशन में जिला न्यायालय में कुल 4, कुटुम्ब न्यायालय में 1 तथा जिला उपभोक्ता फोरम की 1 खण्डपीठ का गठन किया गया था। इसके अतिरिक्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष के निर्देश पर तालुका स्तर पर तालुका विधिक सेवा समिति सक्ती में तीन, तालुका विधिक सेवा समिति चंापा, पामगढ़, नवागढ़, जैजैपुर, अकलतरा, डभरा, मालखरौदा में एक-एक खण्डपीठ का गठन किया किया गया। इस प्रकार पूरे जिले में कुल 15 खण्डपीठों का गठन किया जाकर यह प्रयास किया गया कि अधिक से अधिक प्रकरणों को राजीनामा आधार पर निराकृत कर पक्षकारों को लाभान्वित किया जा सके।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशन में पूरे देश में आठ अप्रैल को आयोजित होने वाली यह वर्ष 2017 की द्वितीय नेशनल लोक अदालत थी, जिसमें जिले की अदालतों से शमनीय अपराध के 91, चेक अनादरण के 9, मोटर दुर्घटना दावा के 16 (समझौता अवार्ड राशि 62,35000), वैवाहिक विवाद के 9, विद्युत एवं जल देयक संबंधी 20, अन्य सिविल वाद के 13 सहित कुल 163 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसके अतिरिक्त लगभग 30 प्री-लिटिगेशन आवेदनों का निराकरण करते हुए तीन लाख 69 हजार 900 रूपए का समझौता अवार्ड पारित किया गया। ये प्री-लिटिगेशन आवेदन विभिन्न बैंकों एवं छग राज्य विद्युत वितरण कंपनी के द्वारा प्रस्तुत किए गए थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें