चंद्रपुर. हम नवनिर्मित मंदिर का उद्घाटन करने नहीं, बल्कि महाप्रभु के दर्शन को आए हैं। धार्मिक नगरी चंद्रपुर में गोपालजी महाप्रभु और मां चंद्रहासिनी का वास है, जहां देश भर से श्रद्धालुजन पहुंचते हैं। इसलिए यहां हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। आने वाले दिनों में न्यास द्वारा करवाए जा रहे रोपवे निर्माण से नगर को अलग पहचान मिलेगी।
ये बातें प्रदेश के कृषि, जल एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रविवार को मां चंद्रहासिनी मंदिर एवं श्री गोपालजी मंदिर सार्वजनिक न्यास द्वारा पुनर्निर्मित श्री गोपालजी मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कही। समारोह में मंत्री अग्रवाल एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल शामिल हुए। वे हेलीकॉप्टर से चंद्रपुर के मण्डी प्रांगण स्थित हेलीपैड में पहुंचे, जहां उनका मंदिर न्यास के प्रमुख गोविंद अग्रवाल एवं अन्य स्थानीयजनों द्वारा स्वागत किया गया। अतिथियों ने मां चंद्रहासिनी मंदिर पहुंचकर माता के दर्शन किए और महाआरती में हिस्सा लिया। इसके बाद श्री गोपालजी मंदिर पहुंच पूजा अर्चना की। इस अवसर पर वहां सभा का आयोजन भी किया गया। न्यास की ओर से शरद अग्रवाल और गोविंद गुप्ता द्वारा मंच का संचालन करते हुए अतिथियों के आगमन पर आभार जताकर उनका पुष्प हार से स्वागत किया गया। अपने संबोधन में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंदिर निर्माण व ट्रस्ट के कार्यो की प्रशंसा की और शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र में भी कार्य करने प्रेरित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वे मंदिर का उद्घाटन करने नहीं, बल्कि महाप्रभु के दर्शन को आए हैं। पहले आगमन पर मोटल आदि निर्माण के बारे में की गई घोषणा के संबंध में उन्होंने कहा कि धार्मिक नगरी चंद्रपुर में गोपालजी प्रभु व मां चंद्रहासिनी साक्षात विराजित हैं। यहां हर संभव सुविधा दी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान मंदिर न्यास के प्रबन्धक न्यासी गोविंद अग्रवाल, अन्य न्यासी, सांसद कमला देवी पाटले, संगठन मंत्री गिरधर गुप्ता, रायगढ़ विधायक रोशन लाल अग्रवाल, मंदिर न्यास के संरक्षक प्रहलाद राय अग्रवाल, युवा कार्यकर्ता अजीत पाण्डेय, तिलेश माली सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रभु की महिमा से मिला साधन
विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने मंत्री बृजमोहन द्वारा कही गई बातों का समर्थन करते कहा कि शनिवार की शाम तक यहां आना आवागमन के साधन के अभाव में संभव नहीं हो पा रहा था। प्रभु की महिमा से ही अंतिम समय मे साधन उपलब्ध होना व मां चंद्रहासिनी, गोपालजी के दर्शन कर पाने का सुअवसर मिला। न्यास द्वारा कराए जा रहे कार्यो की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा न्यास द्वारा कराए जा रहे कार्यो में आने वाली असुविधाओं की जानकारी मिलने पर उन्हें दूर करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चंद्रपुर की फैली ख्याति के साथ ही सुविधाओं के विस्तार पर भी हर संभव प्रयास किया जाएगा। पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने यहां हर संभव कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने मंदिर न्यास द्वारा कराए गए कार्यो व मंदिर निर्माण के लिए न्यास प्रबंधन के कार्यो को सराहा।
भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह
मंदिर न्यास के वरिष्ठ संरक्षक व प्रमुख समाजसेवी प्रहलाद राय ने उपस्थित अतिथियों का आभार जताया और न्यास की ओर से मंत्री को भूमि उपलब्धता के लिए निवेदन करते हुए विश्वास दिलाया कि भूमि उपलब्धता के संबंध में प्रशासन को लिखा जा चुका है। आवश्यक पहल करते हुए यदि भूमि उपलब्ध कराई जाए तो न्यास निश्चित ही प्राथमिक शिक्षा से उच्च शिक्षा व उचित स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में कार्य करेगी। इस दौरान चंद्रहासिनी मंदिर परिसर से नाथलदाई लातनाला पहाड़ी तक कराए जाने वाले रोपवे निर्माण का शिलान्यास भी मंत्री द्वारा किया गया।
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