जांजगीर-चांपा. भारत निर्वाचन आयोग से जारी दिशा-निर्देश के अनुसार मतदाता सूची में थर्ड जेंडर, दिव्यांगों और नए पात्र मतदाताओं के नाम जोडऩे तथा मृत मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए आगामी एक जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। वहीं जिले के अधिक मतदाता वाले मतदान केन्द्रों का युक्तियुक्तकरण भी किया जाना है, जिसके लिए आवश्यक तैयारियां शुरू हो गई हैं। ये जानकारी अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुखनाथ अहिरवार ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत 18 से 21 वर्ष की आयु के मतदाताओं का नाम विशेष अभियान चलाकर जोड़ा जाना है।
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प्रेसवार्ता में उपस्थित अधिकारी एवं पत्रकार |
अभियान की शुरूआत आगामी एक जुलाई को होगी, जो लगातार 31 जुलाई तक जारी रहेगा। इस अभियान के उद्देश्य के संबंध में प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि 18-19 वर्ष की आयु वर्ग के नए पात्र मतदाताओं का पंजीयन आयु समूह के कम से कम 80 प्रतिशत तक करना है। इसी तरह 18 से 21 वर्ष आयु समूह के युवाओं का मतदाता सूची में पंजीयन की संख्या में आशातित वृद्धि करना है। उन्होंने आगे बताया कि 19 से 19 वर्ष आयु के मतदाताओं के लिंगानुपात (मतदाता सूची के अनुसार) तत्कालीन जनगणना के आंकड़ों के समतुल्य करना है। साथ ही निर्वाचक नामावली में पंजीकृत 18 से 21 वर्ष की आयु के दिव्यांगों के आंकड़े तत्कालीन वर्ष जनसंख्या के आंकड़ों के समरूप लाना है। अभियान के दौरान मृत मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटाया जाना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि विगत वर्षों के पंजीकरण के आंकड़ों (विधानसभा एवं मतदान केन्द्र स्तर) तथा वर्तमान आंकड़ों का तुल्यात्मक अध्ययन कर अंतर के कारणों की समीक्षा की जाएगी। बीएलओ को अपने क्षेत्र में पंजीकरण से छूटे पात्र मतदाताओं, खासकर, दिव्यांग, थर्ड जेंडर और अप्रवासी भारतीयों का आंकड़ा निर्धारित प्रपत्र में प्राप्त करना होगा। मतदाताओं में जागरूकता लाने के लिए इस बार सभी महाविद्यालयों में प्रवेश फार्म के साथ प्रारूप छह उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं विशेष शिविरों के दिन समस्त शैक्षणिक संस्थानों में मतदाता पंजीयन का कार्य आवश्यक रूप से किया जाएगा। इस दौरान उपसंचालक जनसंपर्क सुनीता केशरवानी, चुनाव पर्यवेक्षक जीपी साहू, सूचना सहायक रमेश भार्गव, फोटोग्राफर गोपाल दुबे सहित सभी मीडिया संस्थान से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जिले में कुल 1325 मतदान केन्द्र
उप जिला निर्वाचन अधिकारी अहिरवार ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार इस बार अधिक मतदाता वाले मतदान केन्द्रों का युक्तियुक्तकरण भी किया जाना है। जिले में कुल 1325 मतदान केन्द्र हैं, वहीं 1325 बीएलओ, छह एआरओ तथा ईआरओ हैं। उन्होंने बताया कि मतदान केन्द्रों का निर्धारण किलोमीटर के हिसाब से किया जाना है। इस दौरान यह भी ध्यान में रखा जाएगा कि शहरी क्षेत्र में 1400 और ग्रामीण क्षेत्र में 1200 मतदाता से ज्यादा नहीं होने चाहिए। यदि 50 से 150 तक अधिक मतदाता होते भी हैं तो उन मतदान केन्द्रों का युक्तियुक्तकरण नहीं होगा।
दो से अधिक मतदान केन्द्र नहीं
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में एक परिसर में दो से अधिक मतदान केन्द्र नहीं बनाए जाएंगे। पूर्व में कराए गए सर्वे के आधार पर तैयार की गई सूची के अनुसार, जिले के 80 मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण के लिए आयोग को सूची भेजी गई थी, जिस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। विशेष अभियान पूर्ण होने के बाद युक्तियुक्तकरण के लिए मतदान केन्द्रों की सूची फिर से आयोग को प्रेषित की जाएगी।
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