सक्ती. नगर में स्थित दुकान और मकान सुरक्षित नहीं है। पुलिस की सुस्त कार्यप्रणाली की वजह से नगर में चोर एक बार फिर सक्रिय होकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। हद की बात तो यह है कि पुलिस थाना के आसपास स्थित दुकान और मकानों को भी निशाना बनाने से चोर परहेज नहीं कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला 27-28 जून की दरम्यानी रात सामने आया है। चोरों ने थाना के करीब घनी बस्ती में स्थित एक कपड़ा दुकान से सवा लाख रुपए का माल पार किया है। इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं थानेदार के सुस्त रवैये को लेकर लोगों में आक्रोश है।
जानकारी के अनुसार, सक्ती थाना परिसर के 200 मीटर की दूरी पर घनी बस्ती के अंदर कपडे की दुकान में 27 एवं 28 तारीख की मध्य रात्रि लगभग सवा लाख रुपए की चोरी हो गई। चोरों ने यहां से साड़ी 38 पीस कीमत लगभग 40000 रुपए, लूस शर्ट मूल्य लगभग 15000 रुपए, रेडीमेड कपड़ा मूल्य 20000 रुपए, सलवार सूट 28 पीस मूल्य लगभग 15000 रुपए, लूस साड़ी एवं फैंसी साड़ी 80 पीस कीमती 25000 रुपए, टी शर्ट 25 पीस मूल्य लगभग 4000 रुपए तथा अन्य सामान लगभग 8000 रुपए कुल राशि 1 लाख 27 हजार रुपए का कपड़ा पार कर दिया। इसकी जानकारी दुकान संचालक ईश्वरीधर देवांगन को 28 जून की सुबह हुई, तब उन्होंने थाने पहुंचकर लिखित आवेदन प्रस्तुत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई। दुकान संचालक का आरोप है कि जब वे आवेदन लेकर थाने पहुंचे, तब थाना स्टॉफ ने उन्हें थाना प्रभारी केएल यादव के थाना पहुंचने तक इंतजार करने की सलाह दी। थाना स्टॉफ के कहने पर वे आवेदन पर पावती लेने के लिए घंटों थाना परिसर में बैठे रहे। घंटों तक इंतजार के बाद भी जब थानेदार यादव नहीं पहुंचे तो फिर उन्होंने थाना स्टॉफ से जानकारी ली, तब उन्हें पावती के लिए बाद में आने की बात कहते हुए थाना स्टॉफ ने आवेदन को अपने पास रख लिया। आवेदन लेने के बाद उन्हें पावती नहीं दी गई। व्यवसायी का यह भी आरोप है कि चार-पांच बार थाने का चक्कर लगवाने के बाद उन्हें 29 जून की शाम पावती दी गई, जिसमें 28 जून की तिथि दर्ज कर सील-मोहर लगाई गई है।
फटकार लगाकर थानेदार ने भगाया
व्यवसायी ईश्वरीधर देवांगन का आरोप है कि 29 जून को जब वे थाने पहुंचे, तब उनकी भेंट थानेदार यादव से हुई। इस दौरान व्यवसायी ने अपने कपड़ा दुकान में चोरी की वारदात होने की जानकारी देते हुए उनसे दुकान पहुंचकर जांच-पड़ताल करने का आग्रह किया, जिससे थानेदार भडक़ गए और उन्होंने व्यवसायी और उनके बुजुर्ग पिता को फटकार लगाकर थाने से भगा दिया। व्यवसायी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की जानकारी स्थानीय मीडियाकर्मियों को दी गई।
थानेदार पर लेनदेन का लगा आरोप
बताया जा रहा है कि सक्ती थाना प्रभारी इन दिनों केवल छोटे-छोटे मामलों में ज्यादा रूचि ले रहे हैं। थानेदार पर आरोप है कि वे लेनदेन कर मामला निपटा देते हैं। बताया जाता है कि यदि सक्ती थाना के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाए तो ऐसे कई मामले उजागर हो सकते हैं, जिनमें थानेदार ने लेनदेन की है। लोगों का आरोप है कि थानेदार की मनमानी की वजह से कितने मामले में पीडि़त पक्ष को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं मामला यदि किसी रसूखदार का होता है तो तत्काल पूरा पुलिस अमला घटना स्थल पहुंचकर विवेचना में जुट जाता है, लेकिन गरीबों की सक्ती थाने में सुनवाई नहीं हो रही है।
स्वीच ऑफ कर दी मोबाइल
इस संबंध में जानकारी लेने के लिए जब थानेदार केएल यादव से उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने मामले में अभी जांच चल रही है, कहकर मोबाइल स्वीच ऑफ कर दी। वहीं इस मामले के संबंध में पुलिस अधीक्षक अजय यादव का कहना है कि थानेदार से जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने आश्वासन दिया है कि यदि किसी के साथ कुछ गलत हो रहा होगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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