डभरा. शासकीय महाविद्यालय डभरा के छात्रसंघ द्वारा सात सूत्रीय मांग को लेकर पिछले आठ दिन से किया जा रहा आमरण अनशन लिखित आश्वासन मिलने के बाद समाप्त हुआ। आंदोलन के समर्थन में चक्काजाम किया जा रहा था, तब जाकर प्रशासन द्वारा आनन-फानन में पहल किया गया और आंदोलन को समाप्त कराया गया।
विदित हो कि शासकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ द्वारा सात सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 9 अगस्त से आमरण अनशन किया जा रहा था। अनशन के आठवें दिवस आंदोलन के समर्थन में नागरिकों द्वारा चक्काजाम किया जा रहा था। तय कार्यक्रम के अनुसार 16 अगस्त को सुबह 10 बजे से चक्काजाम प्रारंभ किया गया, तब जाकर प्रशासन की आंखें खुली। चक्काजाम लगभग दो घंटे चला। चक्काजाम आंदोलन कर रहे लोगों को डभरा के तहसीलदार नीलम टोप्पो द्वारा मांगों को जल्द पूर्ण कर दिए जाने का लिखित में आश्वासन दिया गया, तब कहीं जाकर चक्काजाम खत्म किया गया। वहीं आमरण अनशन पर बैठे छात्रों को तहसीलदार नीलम टोप्पो, एसडीओपी सीडीतिर्की, टीआई अजय शंकर त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारियोंं ने नीबू पानी तथा अनार जूस पिलाकर अनशन तोड़वाया।
राजनीतिक पार्टियों ने दिया समर्थन
बीते 9 अगस्त से छात्रसंघ द्वारा किए जा रहे आमरण अनशन को जैजैपुर के बसपा विधायक केशव चन्द्रा, कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री नोवेल कुमार वर्मा, चन्द्रपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रामकुमार यादव, जिला पंचायत सदस्य व वन स्थायी समिति की सभापति तुलसी देवी साहू, आप पार्टी के अध्यक्ष भानूप्रकाश चन्द्रा आदि ने समर्थन दिया। वहीं आंदोलन को सफल बनाने में नगर एवं आसपास के लोगों ने सहयोग किया, जिसमें नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल चन्द्रा, सुरेन्द्र मिश्रा, राईस किंग खुंटे, मारकण्डेय मैत्री, सनातन बरेठ, बाबूलाल पटेल, शिवचंद नारंगे, दिलीप बरेठ, नरेश चन्द्रा, अधिवक्ता संघ, व्यापारिक संगठन के साथ-साथ नगर के सभी वरिष्ठ एवं गणमान्य नागरिकों ने आंदोलन का समर्थन किया।
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