बुधवार, 4 अक्टूबर 2017

रामबांधा तालाब का सौन्दर्यीकरण कार्य शुरू, पहले चरण में तालाब से बाहर निकाला जाएगा पानी

चांपा. नगर के ऐतिहासिक रामबांधा तालाब के सौन्दर्यीकरण की कवायद तेज हो गई है। तालाब के सौन्दर्यीकरण के लिए राज्य शासन से करीब साढ़े आठ करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। उक्त राशि से पहले चरण में तालाब का पानी बाहर निकाला जाएगा। इसके बाद तालाब के चारों ओर आकर्षक लाइट सहित अन्य निर्माण कार्य कराए जाएंगे।

कोसा, कांसा और कंचन की नगरी में स्थित रामबांधा तालाब ऐतिहासिक तालाब है। यह तालाब करीब 100 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। नगरपालिका द्वारा तालाब के बीचों-बीच आईलैण्ड का निर्माण करवाया गया है। इसके अलावा तालाब में ही स्थित विवेकानंद उद्यान प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है। सिर्फ इतना ही नहीं, पिछले वर्ष इस तालाब में बोटिंग सुविधा भी शुरू की गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग यहां पहुंचकर अपना मनोरंजन कर सके। इसी कड़ी में अब इस तालाब के गंदे पानी को निकालकर नया पानी भरने सहित तालाब के चारों ओर सौन्दर्यीकरण की कवायद तेज कर दी गई है। नगरपालिका से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऐतिहासिक रामबांधा तालाब के सौन्दर्यीकरण के लिए राज्य शासन से करीब साढ़े आठ करोड़ रुपए की मंजूरी मिली है। शासन से राशि आवंटन के बाद नगरपालिका ने टेण्डर जारी कर काम शुरू करवा दिया है। पहले चरण में तालाब के गंदे पानी को निकालने की कवायद की जा रही है। बुधवार को ठेकेदार के मजदूरों ने तालाब के गंदे पानी को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि तालाब के गंदे पानी को निकालने के लिए कई मोटरपंप लगाए गए हैं। इस कार्य के होने के बाद तालाब के चारों ओर सौन्दर्यीकरण, पीचिंग कार्य तथा लाइट डेकोरेशन कार्य करवाया जाएगा। नगरपालिका की सीएमओ ने बताया कि यह जनहित से जुड़ा कार्य है, इसलिए काम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ठेकेदार को स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि काम में किसी तरह की गुणवत्ता की अनदेखी न हो। बहरहाल, रामबांधा तालाब के सौन्दर्यीकरण को लेकर अब तक करोड़ों रुपए खर्च हो चुका है, इसके बावजूद कई कमियां दूर नहीं हुई हैं। ऐसे में अब देखना यह होगा कि शासन से प्राप्त साढ़े आठ करोड़ रुपए खर्च करके नगरपालिका प्रशासन शहर सहित अंचल के लोगों को आखिर किस हद तक सुविधा मुहैया करवा पाता है।


नहाने योग्य नहीं रह गया है पानी

ऐतिहासिक रामबांधा तालाब का अपना वजूद है। इस तालाब की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। रामबांधा तालाब से शहर के हजारों लोगों की निस्तारी होती है। तालाब के किनारे स्थित मां सम्लेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं, जो इसी तालाब के पानी से हाथ-पांव धोते हैं। वर्तमान में इस तालाब का पानी इतना गंदा हो गया है कि पानी से बदबू आ रही है। तालाब का पानी नहाने योग्य नहीं रह गया है। इसी वजह से इस तालाब के पानी को खाली करवाने की मांग लंबे समय से उठ रही थी, लेकिन नगरपालिका प्रशासन बजट का अभाव बताकर अपना पल्ला झाड़ ले रहा था।
 

डीएमएफ फंड से मिली है राशि

बताया जा रहा है कि तालाब सौन्दर्यीकरण के लिए साढ़े आठ करोड़ रुपए की जो राशि नपा को प्राप्त हुई है, वह खनिज न्यास मद की है। कलेक्टोरेट में पूर्व में आयोजित बैठक में जांजगीर में स्थित भीमा तालाब तथा चांपा के रामबांधा तालाब के सौन्दर्यीकरण के लिए डीएमएफ फंड से राशि स्वीकृति की सहमति बनी थी, जिसके आधार पर दोनों तालाबों के सौन्दर्यीकरण के लिए राशि की मंजूरी दी गई है। उसी राशि का उपयोग कर तालाब को एक बार फिर साफ-सुथरा और आकर्षक बनाने की कवायद की जा रही है।
 

चारों ओर कराया जाएगा पीचिंग

शासन से स्वीकृत राशि से रामबांधा तालाब के चारों ओर पीचिंग कार्य करवाया जाएगा। इसके अलावा तालाब के चारों ओर सौन्दर्यीकरण, लाइट डेकोरेशन सहित अन्य जरूरी कार्य होंगे। बताया जा रहा है कि तालाब से पानी निकासी की व्यवस्था बन चुकी है। पहले पानी की निकासी करवाई जा रही है। इसके बाद अन्य विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया जाएगा। नपा प्रशासन का दावा है कि सौन्दर्यीकरण कार्य पूर्ण होने के बाद तालाब की भव्यता बढ़ जाएगी और लोगों को निस्तारी की समस्या नहीं होगी। 


सौन्दर्यीकरण के लिए मिली है राशि

नगर में स्थित ऐतिहासिक रामबांधा तालाब के सौन्दर्यीकरण के लिए राशि प्राप्त हुई है। इस काम को ठेके पर करवाया जा रहा है। पहले चरण में तालाब का गंदा पानी बाहर निकलवाया जाएगा। इसके बाद तालाब में स्वच्छ पानी भरवाकर तालाब के चारों ओर आकर्षक लाइट डेकोरेशन तथा अन्य कार्य करवाया जाएगा।

-ज्योत्सना टोप्पो, सीएमओ, नगरपालिका चांपा

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