शुक्रवार, 10 मार्च 2017

जिले में हत्या के 43 व अपहरण के 133 मामले दर्ज

विस में विधायक देवांगन को गृहमंत्री ने उपलब्ध कराए आंकड़े

जांजगीर-चांपा. जिले में वर्ष 2016 में 43 लोगों की हत्या हुई है। वहीं अपहरण के 133 मामले दर्ज हुए हैं। विधानसभा में कांग्रेस सदस्य मोतीलाल देवांगन के एक सवाल के लिखित जवाब में गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने ये आंकड़े दिए हैं।

क्षेत्रीय विधायक देवांगन द्वारा उठाए गए सवाल पर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने जो आंकड़े उपलब्ध कराएं हैं, उसके अनुसार अपराध के मामले में रायपुर प्रदेश में सबसे ऊपर है। 2016 में दुष्कर्म और अपहरण की सबसे ज्यादा वारदातें यही हुई हैं। वहीं हत्या में बिलासपुर टॉप पर है, जबकि चोरी के सर्वाधिक मामले दुर्ग जिले में दर्ज हुए हैं। एक जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2016 तक राज्य में हत्या के 960, बलात्कार के 1658, अपहरण के 2060 और चोरी के 8658 अपराध विभिन्न थानों में दर्ज किए गए हैं। इस दौरान डकैती की 60 एफआईआर दर्ज हुई है। इसमें सबसे ज्यादा 10 मामले सुकमा में दर्ज किए गए हैं। कोंडागांव में 9 और रायपुर में 6 डकैती की एफआईआर हुई। हत्या के सबसे ज्यादा 75 मामले बिलासपुर जिला में दर्ज किए गए। रायगढ़ में 68, रायपुर में 58, जशपुर में 56, कोरबा में 52, राजनांदगांव में 49, सरगुजा में 48, जांजगीर-चांपा में 43,ए बलौदाबाजार में 39 और कांकेर में 38 मामले दर्ज हुए हैं। इसी प्रकार दुष्कर्म के मामले में रायपुर सबसे आगे है। यहां 175 मामले दर्ज किए गए हैं। रायगढ़ में 155, बिलासपुर में 146, दुर्ग में 111, बलौदाबाजार में 90, सरगुजा में 80, बलरामपुर में 76, जशपुर में 75, कोरिया में 73 और राजनांदगांव में 67 तथा अपहरण के भी सर्वाधिक 297 मामले में रायपुर में दर्ज किए गए हैं। वहीं दुर्ग में 235, कबीरधाम में 206, जांजगीर में 133, बलौदाबाजार 110, राजनांदगांव 97, सरगुजा 95, जशपुर 85, कोरिया 75 और कबीरधाम 71 मामले दर्ज हुए हैं।

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