शुक्रवार, 10 मार्च 2017

80 अंक पाने वालों की सूची रोजाना भेजनी होगी बोर्ड

माशिमं के फरमान ने बढ़ाई शिक्षकों की परेशानी

जांजगीर-चांपा. माध्यमिक शिक्षा मंडल के नए फरमान ने मूल्यांकनकर्ताओं की परेशानी बढ़ा दी है। उत्तरपुस्तिकाओं की जांच के बाद 80 से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की सूची हर रोज मंडल को भेजनी पड़ रही है। इतना ही नहीं, मूल्यांकन कार्य में ड्यूटी पर लगे मुख्य परीक्षक इन कॉपियों की दोबारा जांच कर रहे हैं, उसके बाद ही सूची भेजी जा रही है।

जिला मुख्यालय जांजगीर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में इन दिनों 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच चल रही है। उत्तरपुस्तिका जांचने के लिए करीब साढ़े चार सौ मूल्यांकनकर्ता लगे हुए हैं। कुछ मूल्यांकनकर्ताओं ने बताया कि इस साल माध्यमिक शिक्षा मंडल ने नया फरमान जारी किया है, जिससे परेशानी बढ़ गई है। 80 से अधिक नंबर पाने वाले उत्तरपुस्तिकाओं की सूची बनाकर हर रोज शिक्षा मंडल को भेजना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, मूल्यांकनकर्ताओं की जांच के बाद ऐसी कॉपियों को मुख्य परीक्षक दोबारा मूल्यांकन करते हैं। उसके बाद सूची बनाकर इसकी जानकारी माध्यमिक शिक्षा मंडल को भेजी जा रही है। मूल्यांकनकर्ताओं ने बताया कि हर रोज ऐसे विद्यार्थियों की संख्या 70 से 80 तक होती है, जिनकी कापियां मुख्य परीक्षक दोबारा जांच करते हैं। उन्हें दोबारा जांचने में काफी समय लगता है। सूची बनाने में मूल्यांनकर्ताओं को अतिरिक्त समय देना पड़ रहा है, जिससे परेशानी हो रही है। प्रत्येक विषयों में 80 नंबर पाने वाले उत्तरपुस्तिकाओं की जानकारी हर रोज भेजना पड़ रहा है।

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