शाला प्रबंधन समिति की सक्रियता पर कार्यशाला आयोजित
जांजगीर-चांपा. जिले के नवागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत संकुल केन्द्र अमोदा में सक्रिय शाला प्रबंधन समिति की भूमिका पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजन में संकुल अंतर्गत विभिन्न स्कूलों से शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारी, विद्यालय के प्रधान पाठक व सदस्यों ने हिस्सा लेकर अपनी बात रखी।
कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर श्रीफल तोडक़र किया गया, जिसके बाद शैक्षिक समन्वयक अनिल कुमार पाण्डेय ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। मास्टर ट्रेनर व डिजिटल क्लास रूम के संस्थापक राजेश कुमार सूर्यवंशी कार्यशाला पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 छ.ग. राज्य में लागू हो चुका है, जिसके तहत 6 से 14 आयु समूह के सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन, ठहराव, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सहित अनेक अधिकार बच्चों को स्वमेव ही प्राप्त हो चुका है और इस अधिनियम के सफल क्रियान्वयन में शाला प्रबंधन समिति की महत्वपूर्ण भूमिका है।
वास्तव में शिक्षक और शाला प्रबंधन समिति मिल जाए तो विद्यालय किसी भी समस्या को पार करते हुए उत्कृष्टता के मापदण्डों को प्राप्त कर सकता है। स्कूल संचालन पूरी तरह से एक प्रबंधन है। शाला प्रबंधन समिति वास्तव में खुद एक तंत्र है, सफलता की सीढ़ी है। सूर्यवंशी ने कहा कि आरटीई की धारा 21 (1) धारा 2 के खण्ड के उपखण्ड 4 के तहत प्रत्येक सरकारी विद्यालयों में प्रवेश प्राप्त बालकों के माता-पिता या संरक्षक और शिक्षकों द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों से मिलकर एक विद्यालय प्रबंध समिति गठित किया जाना है, जिसमें कम से कम तीन चौथाई सदस्य माता-पिता या संरक्षक होंगे और ऐसे समिति के 50 प्रतिशत सदस्य महिलाएं होंगी। समिति का चयन खुली बैठक में किया जाए और इसके लिए गांव में विधिवत कोटवार से मुनादी भी कराई जाए तथा यह प्रयास किया जाए कि गठन के समय संकुल प्रभारी, बीईओ या बीआरसीसी भी उपस्थित रहे।
विद्यालयों के बेहतर संचालन के लिए जरूरी है कि सक्रिय लोग एसएमसी के सदस्य बने। एक सशक्त एवं सक्रिय एसएमसी बेहतर शिक्षा के लिए सकारात्मक पहल कर सकती है। उन्होंने शाला प्रबंधन समिति के दायित्वों का उल्लेख करते हुए बताया कि शाला प्रबंधन समिति गांव में 6 से 14 वर्ष के सभी बच्चों का नामांकन विद्यालय में है या नहीं, शिक्षकों द्वारा किए जाने वाले सर्वे में सहयोग करना, यदि कोई भी बच्चा विद्यालय में दाखिला नहीं लिया है तो उसे दाखिला दिलवाना, विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों की नियमित उपस्थिति व ठहराव के लिए प्रयास करना, विद्यालय की आवश्यकताओं के अनुसार सहयोग करना व कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन करना, विद्यालय के विभिन्न आवश्यकता की पूर्ति के लिए समिति सदस्यों द्वारा जिम्मेदारी लेना, 6 से 14 आयु समूह के बच्चे यदि किन्ही कारणों से प्रारंभिक शिक्षा से छूट रहे है तो उन्हें आयु के अनुरूप कक्षा में प्रवेश दिलवाना, अपने आसपास विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान करना, विद्यालयों में चलाए जा रहे मध्यान्ह भोजन का क्रियान्वयन, साफ-सफाई आदि का मानीटर करना तथा उनमें सुधार करना, शिक्षक, माता-पिता व संरक्षक के साथ नियमित बैठकें करना, शाला में अध्ययनरत बच्चों की शैक्षिक स्तरों पर चर्चा करना व सुधार के लिए योजना बनाना, बच्चों की प्रगति व शैक्षिक गुणवत्ता पर चर्चा करना, अच्छे कार्यों के लिए शिक्षक, बच्चों व सदस्यों को प्रोत्साहित करना, शाला को मिलने वाली भौतिक व वित्तीय सुविधाओं का लेखा-जोखा रखना, कोई भी शासकीय शिक्षक ट्यूशन नहीं पढ़ाएगा, इसकी मानिटरिंग करना, सभी शिक्षक नियमित व पूर्ण समय तक शाला में उपस्थित रहे, यह सुनिश्चित करना, कोई भी विद्यालय जाति, लिंग, नि:शक्तता के आधार पर किसी बच्चे को प्रवेश से वंचित न करें, यह तय करना, समय-समय पर विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षणों में सहभागिता निभाना, एसएमसी अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति सचेत होकर ऐसी और कई समस्याओं का समाधान करने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम है।
उच्च वर्ग शिक्षक पूर्व माध्यमिक शाला गौद से दिलीप साहू ने कहा कि दृढ़ इच्छा शक्ति से हम विद्यालय के प्रबंधन समिति को सक्रिय कर सकते हंै। इसके लिए हमें समुदाय से जुड़ाव बनाने की जरूरत है। उन्होंने अपने विद्यालय में प्रबंधन समिति को सक्रिय करने संबंधी अनुभवों व कार्यों का ब्यौरा दिया। कार्यशाला को प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला भादा पीके हंसराज, प्राथमिक शाला गाड़पाली से प्रधानपाठक प्रमोद कुमार साहू, राजेन्द्र यादव प्राथमिक शाला अकलतरी, कृष्ण कुमार यादव प्राथमिक शाला मौहाडीह, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष गौद तोताराम कश्यप आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यशाला में कलीराम अध्यक्ष प्रा. शाला अकलतरी, नाथूराम कश्यप पूर्व सरपंच अकलतरी, पूर्व मा.शाला नवापारा अमोदा से सदस्य रूपा चौहान व सावित्री चौहान, प्रधान पाठक कन्हैया लाल मरावी, सुभाषचंद्र बिंझवार प्रा.शाला भादा, अनंदराम गोड़, रमाशंकर वस्त्रकार नवीन प्रा.शाला भैसदा, हेमलता राठौर पूर्व मा. शाला अमोदा, लक्ष्मीन कंवर नवीन प्रा.शाला अमोदा, छेदीलाल यादव पूर्व मा.शाला भादा सहित संकुल के शिक्षक-शिक्षिका व एसएमसी के सदस्य उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें