तालाब सौन्दर्यीकरण, पालिका बाजार और कई नई योजनाएं बजट में शामिल, नगरपालिका जांजगीर-नैला का बजट पेश
जांजगीर-चांपा. नगरपालिका परिषद जांजगीर-नैला में शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 44 करोड़ 44 लाख रुपए का बजट पेश किया गया। खास बात यह रही कि बजट के दौरान पालिका अध्यक्ष मालती देवी रात्रे हाथ में अटैची लिए बिना ही सीधे मीटिंग हाल में पहुंची। वहीं पक्ष-विपक्ष के बीच जनहित से जुड़े किसी भी मुद्दे पर कोई खास हो-हंगामा नहीं हुआ। शांतिपूर्ण तरीके से बजट प्रस्ताव पर सभी ने अपनी सहमति दी। नगरपालिका के वर्ष 2017-18 अनुमानित आय-व्यय में पंूजीगत आय 3839 लाख तथा कुल व्यय 3839 लाख दर्शाया गया है। वहीं राजस्व आय-व्यय में कुल आय 607.50 लाख तथा कुल व्यय 605.50 लाख दर्शाया गया है। इस हिसाब से राजस्व आय एवं व्यय में सिर्फ दो लाख रुपए का अंतर है। बजट में नपा क्षेत्र के तालाबों के सौन्दर्यीकरण, पालिका बाजार तथा कई नई योजनाओं को प्राथमिकता दी गई है।
दरअसल, शुक्रवार को नगरपालिका परिषद जांजगीर-नैला में वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए बजट पेश किया गया। इस दौरान नपाध्यक्ष मालती देवी रात्रे, उपाध्यक्ष आशुतोष गोस्वामी, सीएमओ दिनेश कोसरिया सहित सभी पार्षद और नपा के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। शुरूआत में सीएमओ कोसरिया ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के आय-व्यय की जानकारी दी। इसके बाद वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए तैयार किए गए बजट प्रस्ताव पर चर्चा की गई। सीएमओ कोसरिया ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में स्थापना व्यय 302.92 लाख रुपए अनुमानित है, जबकि इसी मद में चालू वित्तीय वर्ष में 235.85 लाख रुपए व्यय हुआ है। इसी तरह प्रशासनिक व्यय में 130.93 लाख रुपए इस बार व्यय किया जाना प्रस्तावित है, जबकि वर्ष 2016-17 में यह राशि 34 लाख 96 हजार रुपए थी। मरम्मत एवं रख-रखाव में 171.15 लाख रुपए का व्यय प्रस्तावित है, जबकि वर्ष 2016-17 में यह राशि 101.88 लाख रुपए थी।
ऋणों के भुगतान में कुल राजस्व व्यय 605.50 लाख रुपए प्रस्तावित है। उन्होंने आगे बताया कि विभिन्न प्रकार के अधोसंरचना कार्यों के विस्तार एवं उन्नयन में 3188.32 लाख रुपए का व्यय इस बार बजट प्रावधान में रखा गया है। इसी तरह केन्द्र एवं राज्य प्रवर्तित योजनाओं के क्रियान्वयन में कुल व्यय 577.06 लाख तथा अन्य व्यय के रूप में 73.63 लाख रुपए इस बजट में शामिल है। इस तरह कुल पंूजीगत व्यय 3839 लाख रुपए के साथ 4444.50 लाख रुपए का बजट वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए प्रावधान किया गया है।
विवेक बोले-नजर नहीं आ रहा कोई काम
बजट प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस पार्षद विवेक सिंह सिसोदिया ने आपत्ति जताते हुए कहा कि नियमानुसार पार्षदों को पूर्व में प्रस्तावित बजट की प्रति उपलब्ध कराया जाना था, लेकिन सीएमओ एवं अध्यक्ष ने केन्द्रीय बजट की भांति पालिका के बजट को प्रस्तुत किया है, जो अनुचित है। कांग्रेस के ही पार्षद चंद्रमौली शर्मा ने कहा कि बजट के सभी बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की जाए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो विपक्ष के पार्षदों को बजट बैठक में बुलवाने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि पालिका का कोई काम नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में एक सुझाव है कि सीएमओ और अध्यक्ष बंद कमरे में बैठकर बजट पारित कर लें। इसी क्रम में पार्षद सिसोदिया ने फिर एक सवाल दागते हुए कहा कि सीएमओ कोई ऐसी बड़ी योजना का नाम बताएं, जिससे नगर के लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि नगर में पानी निकासी और जलप्रदाय की समस्या का समाधान पहले हो, फिर अन्य विषयों पर बात करें तो उचित होगा। उन्होंने कहा कि पानी निकासी और जलप्रदाय योजना में प्रावधानित बजट की 50 फीसदी राशि खर्च की जाए।
नपाध्यक्ष मालती रात्रे ने दी सफाई
विपक्ष के सवालों पर नपाध्यक्ष मालती रात्रे ने कहा कि पानी निकासी और जलप्रदाय व्यवस्था के संबंध में जिले के प्रभारी मंत्री अमर अग्रवाल से मुलाकात कर विस्तृत चर्चा की गई है। जलसंकट से उबरने के लिए 15 करोड़ रुपए की योजना बनाई गई है, जिसके अंतर्गत हसदेव नदी से शहर में पाइपलाइन के जरिए जलापूर्ति किया जाना प्रस्तावित है। इसी तरह क्लीन सिटी और ड्रेनेज सिस्टम के लिए करीब 10 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था, जिसकी स्वीकृति मिल चुकी है। सीएमओ कोसरिया ने बताया कि नगर के प्रमुख तालाबों के सौंदर्यीकरण के लिए 570 लाख की योजना बनाई गई है। वहीं पालिका बाजार के लिए पांच करोड़ एवं आडिटोरियम के लिए दो करोड़ रुपए प्रावधानित है। उन्होंने बताया कि पालिका के कर्मचारियों के लिए आवास की व्यवस्था भी बजट में शामिल है। जलप्रदायगी के मुद्दे पर विपक्ष ने कहा कि जब मंत्री ने योजना को हरी झंडी दे दी है तो हसदेव नदी से जल प्रदायगी का कार्य शुरू क्यों नहीं हो पा रहा है, जिस पर सीएमओ कोसरिया ने कहा कि यह काम लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से होना है। इसलिए इसे पालिका के बजट में शामिल नहीं किया गया है। इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अफसर ही ज्यादा जानकारी दे सकते हैं। हमारा काम ट्रैकओवर मिलने के बाद शुरू होगा।
सीए व लेखा प्रभारी को करो सस्पेंड
नपा के बजट बैठक के दौरान पालिका द्वारा प्रस्तुत आय-व्यय के आंकड़ों में ढ़ेरों खामियां निकली। बजट प्रस्ताव के पहले पन्ने पर ही वर्ष गलत लिखा हुआ था। वहीं पिछले वित्तीय वर्ष के आंकड़ों में गड़बड़ी थी, जिसे लेकर विपक्ष के पार्षदों ने पालिका प्रशासन को घेरने की भरपूर कोशिश की। विपक्ष ने आंकड़ों में गड़बड़ी को लेकर सीए एवं लेखा प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग भी की, लेकिन विपक्ष को संभालते हुए सीएमओ कोसरिया ने कहा कि जल्दीबाजी की वजह से आंकड़ों में त्रुटि हुई है, जिसे गड़बड़ी कहना उचित नहीं होगा। सीएमओ की इस दलील को सुनने के बाद विपक्ष ने कानाफूसी करते हुए इस मुद्दे को ही खत्म कर दिया।
घंटों तक चली सिर्फ जुबानी जंग
बजट बैठक में डोर टू डोर सफाई तथा अन्य कई मुद्दों को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच घंटों तक जुबानी जंग चली, लेकिन कोई विशेष हो-हंगामा नहीं हुआ। सीएमओ एक-एक बिन्दुओं पर पक्ष और विपक्ष की सहमति लेकर अध्यक्ष की अनुशंसा से प्रस्ताव पारित करते गए और चंद घंटों में वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 4444.50 लाख रुपए का बजट पारित हो गया। बजट को लेकर जब नपा के जनप्रतिनिधियों से चर्चा की गई तो पक्ष के जनप्रतिनिधियों ने जहां इस बार के बजट को जनहित का बताया। वहीं विपक्ष ने पालिका द्वारा प्रस्तुत बजट के सभी आंकड़ों को गलत करार देते हुए कागजी मायाजाल निरूपित किया।
आमजनता का बजट
नगरपालिका परिषद में पारित वित्तीय वर्ष 2017-18 का बजट आमजनता के हित में है। इस बार करों में कोई खास वृद्धि नहीं की गई है। बजट में कई नए प्रावधान किए गए हैं, जिसका लाभ नगरवासियों को जल्द मिलने लगेगा। कुल मिलाकर नपा का बजट सटीक है।
-मालती देवी रात्रे, अध्यक्ष, नपा जांजगीर-नैला
बजट के नाम पर केवल खानापूर्ति
शहर में पानी और नाली की समस्या विकराल रूप ले चुकी है, लेकिन सत्तापक्ष को आमजनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। नपा के बजट में कुछ भी खास नहीं है। बजट के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। भाजपा के शासनकाल में आमजनता त्रस्त है।
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