बुधवार, 3 अक्टूबर 2018

नैला में माहिष्मति साम्राज्य के विशाल महल की तरह सजेगा 100 फीट ऊंचा पण्डाल, विराजेंगी नौरत्नों से सुसज्जित मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा

राजेन्द्र राठौर@जांजगीर-चांपा. सांस्कृतिक नगरी नैला में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव सेवा समिति द्वारा इस बार नौरत्नों से सुसज्जित मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। हीरा, मोती और सोना-चांदी जड़ित प्रतिमा जहां आकर्षण का केन्द्र होगी। वहीं 50 फीट चैड़ी तथा 35 फीट ऊंची प्रतिमा में मातारानी के नौ रूप दिखेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, माहिष्मति साम्राज्य के विशाल महल की तरह 125 फीट चैड़ा तथा 100 फीट ऊंचा भव्य पण्डाल सजेगा, जो चार चांद लगाएगा। दुर्गा उत्सव को लेकर आयोजन समिति ने तैयारियां शुरू कर दी है। 

क्वांर नवरात्रि की शुरूआत 10 अक्टूबर से हो रही है। इस दौरान जिलेभर में जहां नौ दिनों तक देवी दुर्गा की आराधना होगी। वहीं नैला स्टेशन के सामने रेलवे परिसर में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित कर दुर्गोत्सव मनाया जाएगा। दरअसल, सांस्कृतिक नगरी नैला में श्री श्री दुर्गा पूजा उत्सव सेवा समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष अलग-अलग स्वरूप में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। पूर्व के वर्षों में यहां शंख, दस और पांच रुपए के सिक्के, चांदी के सिक्के, सोने-चांदी, हीरा-मोती तथा नौरत्नों से जड़ित मां दुर्गा के नौ रूपों वाली प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है। वहीं पिछले वर्ष आयोजन समिति द्वारा भव्य पंडाल सजाकर सोने-चांदी, हीरा-मोती और 50, 200, 500 एवं 2000 रूपए के नए नोटों से सुसज्जित मां दुर्गा की भव्य एवं विशाल प्रतिमा स्थापित की गई थी। साथ ही श्रीराधाकृष्ण, श्रीगणेश, श्रीनहरियाबाबा, श्रीद्वारिकाधीश, श्रीनाथ, श्रीबांकेबिहारी, श्रीतिरुपति बालाजी, श्रीसीताराम एवं श्रीश्याम प्रभु की भव्य एवं आकर्षक झांकी भी सजाई गई थी, जिसे देखने के लिए प्रदेश ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश, उड़ीसा, बिहार, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, झारखंड सहित अन्य कई राज्यों के श्रद्धालुजन बड़ी संख्या में पहुंचे थे। आयोजन समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष कुछ न कुछ नया करने का प्रयास किया जाता रहा है। इसी कड़ी में इस बार हीरा, मोती और सोना-चांदी जड़ित विशाल प्रतिमा स्थापित किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई है। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि नौरत्नों से सुसज्जित मां दुर्गा की प्रतिमा का अलौकिक श्रृंगार किया जाएगा। इसके साथ ही 50 फीट चैड़ी तथा 35 फीट ऊंची प्रतिमा में मातारानी के नौ रूप भी दिखेंगे। वहीं माहिष्मति साम्राज्य के विशाल महल की तरह 125 फीट चैड़ा तथा 100 फीट ऊंचा भव्य पण्डाल सजेगा, जो रंगीन रोशनी में आकर्षण का केन्द्र होगा। उन्होंने आगे बताया कि आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया गया है, ताकि मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा का श्रद्धालुजन अधिक से अधिक संख्या में दर्शन कर पुण्य लाभ उठा सकें।


125 फीट चैड़ा सजेगा पण्डाल

आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि उनके द्वारा हर साल कुछ न कुछ नया करने का प्रयास किया जाता रहा है। इसी कड़ी में इस बार 100 फीट ऊंचा भव्य पण्डाल तैयार करवाया जा रहा है, जो माहिष्मति साम्राज्य के विशाल महल की तरह होगा। पण्डाल की चैड़ाई 125 फीट होगी। साथ ही विशाल प्रवेश द्वार भी रहेगा, जो पण्डाल की खूबसूरती में चार चांद लगाएगा। इसके अलावा मातारानी के प्रतिमा के आसपास अन्य देवी-देवताओं की आकर्षक एवं जीवन्त झांकियां भी होंगी। 


मुंबई की प्रसिद्ध स्टेट लाइटिंग

नैला स्थित स्टेशन परिसर में आयोजित दुर्गोत्सव में पण्डाल की लाइटिंग भी विशेष आकर्षक होगी। आयोजकों ने बताया कि मुंबई की प्रसिद्ध स्टेट लाइटिंग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही कोलकाता के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा पण्डाल की फूलों से भव्य सजावट की जाएगी। वहीं आयोजन को लेकर यहां भव्य डोम पंडाल सजाया जाएगा। आयोजकों ने बताया कि उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। 


दुर्गोत्सव को लेकर खास पहचान

दुर्गोत्सव को लेकर सांस्कृतिक नगरी नैला की देशभर में खास पहचान बन चुकी है। यहां का दुर्गोत्सव छत्तीसगढ़ ही नहीं, वरन पूरे भारत की शान है। यही वजह है कि यहां स्थापित माता की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए कई राज्यों से श्रद्धालुजन बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। खास बात यह है कि दुर्गोत्सव के दौरान रायगढ़-बिलासपुर मार्ग पर चलने वाली अमूमन सभी ट्रेनें श्रद्धालुओं से खचाखच भरी होती है। वहीं कई लोग विभिन्न साधनों से यहां का दुर्गोत्सव देखने के लिए पहुंचते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें