परिवार परामर्श केन्द्र के सदस्यों की पहल पर बिखरने से बचा परिवार
जांजगीर-चांपा. घर में शौचालय और पानी की व्यवस्था नहीं होने पर एक परिवार बिखरने के कगार पर था। मामला परिवार परामर्श केन्द्र पहुंचा और पति ने शौचालय बनवाने और पानी की व्यवस्था करने की बात कही, तब पति-पत्नी के बीच सुलह हुई और पत्नी घर पर रहने को राजी हुई।
जानकारी के अनुसार, चांपा तहसील के ग्राम सोंठी में देव प्रसाद साहू के साथ नहीं रहने की बात कहकर उसकी पत्नी चेष्टा उर्फ अनूप बाई साहू मायके चली गई। इससे क्षुब्ध होकर परिवार परामर्श केन्द्र में देवप्रसाद ने आवेदन दिया और बताया कि उसकी पत्नी उसे दहेज प्रकरण में फंसाने की बात कहती है। आवेदन पर सुनवाई कर परिवार परामर्श केन्द्र ने जब उसकी पत्नी चेष्टा उर्फ अनूप बाई साहू को नोटिस देकर बुलाया और पूछताछ की तो नया मामला सामने आया। चेष्टा ने बताया कि उसे अपने पति के साथ रहने में कोई तकलीफ नहीं है।
बशर्ते वे घर में शौचालय व पानी की व्यवस्था करे। इस पर उसके पति देव प्रसाद साहू ने शौचालय और पानी की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया, जिस पर चेष्टा अपने पति के साथ रहने को राजी हुई और खुशी-खुशी उसके साथ अपने ससुराल रवाना हुई। इसके अलावा भी परिवार परामर्श केन्द्र में छह अन्य दम्पति को मिलाया गया। इनमें शिवरीनारायण थाना क्षेत्र के ग्राम तुस्मा की सरस्वती को उसके पति व सास-ससुर प्रताडि़त करते थे। समझाइश के बाद दोनों साथ रहने राजी हुए।
इसी तरह बम्हनीडीह की पूर्णिमा यादव ने आवेदन दिया था कि उसके पति व सास-ससुर परेशान करते थे। परामर्श केन्द्र की समझाइश पर यह दम्पति भी साथ रहने को राजी हुए। शराब के नशे में पत्नी से मारपीट करने वाले पति को परामर्श केन्द्र में बुलाकर समझाइश दी गई और पति-पत्नी साथ रहने को राजी हुए। इस तरह परामर्श केन्द्र की समझाइश पर सात लोगों की गृहस्थी टूटने से बच गई।
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