केन्द्रीय वस्त्र मंत्री ईरानी बोली ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’
नवीन कदम@जांजगीर-चांपा. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर केन्द्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ बोल के साथ आज वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जिले की बुनकर महिलाओं से बातें की। वीडियो कांफ्रेंस में ईरानी ने चाम्पा की बिसाहिन बाई से चर्चा करते हुए कहा कि कोसा धागा निकालने का कार्य करने वाली सभी महिलाओं को यह मशीन वितरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाएं थाई से कोसे का धागा न निकालने, बल्कि इस कार्य के लिए बुनियाद रैलिंग मशीन का प्रयोग करें। सिवनी की रेखा देवांगन ने ईरानी को बताया कि उन्हें आज बुनियाद रैलिंग मशीन मिल गया है और अब वे इसी से कोसा धागा निकालेंगी।
ईरानी ने कोसा धागा निकालने वाली छत्तीसगढ़ की शत-प्रतिशत महिलाओं को बुनियाद रैलिंग मशीन का वितरण सुनिश्चित कराने के बारे में लोकसभा सांसद कमला देवी पाटले से चर्चा की। इस अवसर पर कमला देवी पाटले ने ईरानी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ‘महिला शिल्पकारों, हाथकरघा बुनकरों और रेशम उद्यमियों’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में नगरपालिका परिषद जांजगीर-नैला की अध्यक्ष मालती देवी रात्रे, बलौदा जनपद की उपाध्यक्ष रत्नी देवी देवांगन, कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजीत वसंत, केन्द्रीय रेशम बोर्ड के अपर संचालक डॉ. आलोक सहाय सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी, बुनकर महिलाएं और नागरिक उपस्थित थे। यह उल्लेखनीय है कि ईरानी ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जांजगीर-चांपा जिले सहित देश के नौ राज्यों की महिलाओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुद्रा लोन और बुनियाद रैलिंग मशीन के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम में चांपा की बिसाहिन बाई देवांगन, ताराबाई देवांगन तथा सिवनी की रेखा देवांगन को रेशम विभाग द्वारा बुनियाद रैलिंग मशीन निःशुल्क प्रदान किया गया। मुद्रा योजना के तहत देवांगन समाज की मोंगरा बाई, हेमलता, सविता, निर्मला, जमुना बाई, हेमा बाई, लक्ष्मीन बाई, तोरण बाई, शांति बाई और उषा बाई को 25-25 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा सांसद कमला देवी पाटले ने कहा कि महिलाएं किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है, वे पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए आगे बढ़ रही हैं। देश के विकास में उनकी बराबर की भागीदारी रही है। महिलाएं हमेशा ममता और समता के भाव के साथ मां, बहन, बेटी तथा पत्नी के रूप में घर-परिवार को संभालती है। नारी स्वयं शक्ति है। उन्हें अपनी क्षमताओं और अधिकारों को पहचान कर आगे बढ़़ना चाहिए। उन्होंने बुनकर महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि थाई से कोसा धागा निकालना नुकसानदायक है, अतएव वे थाई से धागा न निकाले, बल्कि मशीन का उपयोग करें।
ईरानी ने कोसा धागा निकालने वाली छत्तीसगढ़ की शत-प्रतिशत महिलाओं को बुनियाद रैलिंग मशीन का वितरण सुनिश्चित कराने के बारे में लोकसभा सांसद कमला देवी पाटले से चर्चा की। इस अवसर पर कमला देवी पाटले ने ईरानी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए ‘महिला शिल्पकारों, हाथकरघा बुनकरों और रेशम उद्यमियों’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में नगरपालिका परिषद जांजगीर-नैला की अध्यक्ष मालती देवी रात्रे, बलौदा जनपद की उपाध्यक्ष रत्नी देवी देवांगन, कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजीत वसंत, केन्द्रीय रेशम बोर्ड के अपर संचालक डॉ. आलोक सहाय सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी, बुनकर महिलाएं और नागरिक उपस्थित थे। यह उल्लेखनीय है कि ईरानी ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जांजगीर-चांपा जिले सहित देश के नौ राज्यों की महिलाओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुद्रा लोन और बुनियाद रैलिंग मशीन के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम में चांपा की बिसाहिन बाई देवांगन, ताराबाई देवांगन तथा सिवनी की रेखा देवांगन को रेशम विभाग द्वारा बुनियाद रैलिंग मशीन निःशुल्क प्रदान किया गया। मुद्रा योजना के तहत देवांगन समाज की मोंगरा बाई, हेमलता, सविता, निर्मला, जमुना बाई, हेमा बाई, लक्ष्मीन बाई, तोरण बाई, शांति बाई और उषा बाई को 25-25 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा सांसद कमला देवी पाटले ने कहा कि महिलाएं किसी क्षेत्र में पीछे नहीं है, वे पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए आगे बढ़ रही हैं। देश के विकास में उनकी बराबर की भागीदारी रही है। महिलाएं हमेशा ममता और समता के भाव के साथ मां, बहन, बेटी तथा पत्नी के रूप में घर-परिवार को संभालती है। नारी स्वयं शक्ति है। उन्हें अपनी क्षमताओं और अधिकारों को पहचान कर आगे बढ़़ना चाहिए। उन्होंने बुनकर महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि थाई से कोसा धागा निकालना नुकसानदायक है, अतएव वे थाई से धागा न निकाले, बल्कि मशीन का उपयोग करें।
पाटले ने कहा कि बुनियाद रैलिंग मशीन बनाकर चांपा के रमेश देवांगन ने जिले और प्रदेश का नाम रौशन किया है। कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वर्ष का हर दिन महिला दिवस होता है। जन्म से लेकर मृत्यु तक मानव जीवन में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि महिलाएं जितनी सशक्त होंगी, देश और समाज भी उतना ही सशक्त होगा। कार्यक्रम को नगरपालिका परिषद जांजगीर-नैला की अध्यक्ष मालती देवी रात्रे, बलौदा जनपद की उपाध्यक्ष रत्नी देवी देवांगन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजीत वसंत, केन्द्रीय रेशम बोर्ड के अपर संचालक डॉ.आलोक सहाय ने भी संबोधित किया ।
रमेश को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम में बुनियाद रैलिंग मशीन बनाने वाले चांपा के रमेश देवांगन को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यह उल्लेखनीय है कि श्री रमेश ने बचपन से महिलाओं को जंघे से कोसा धागा निकालते हुए देखा था। यहीं से उन्हें मशीन बनाने की प्रेरणा मिली। इस मशीन को बनाने के लिए वे दो वर्ष तक प्रयास करते रहे और फिर उन्हें सफलता मिल गई। अब उनकी सोच ‘बुनियाद रैलिंग मशीन’ का रूप ले चुकी है। यह छतीसगढ़ और जिले के लिए गौरव की बात है कि यह मशीन देश के सभी राज्यों के बुनकरों को वितरित किया जा रहा है। स्वायल टू सिल्क योजना के तहत जांजगीर-चांपा जिले के बुनकरों को कोसा धागाकरण मशीन पर 90 प्रतिशत की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।
अधिक काम के साथ बढ़ेगा मुनाफा
बुनियाद रैलिंग मशीन मिलने से खुश चांपा की बिसाहिन बाई ने कहा कि मशीन में ज्यादा काम के साथ मुनाफे में वृद्धि होगी। बिसाहिन ने बताया कि वे वर्षों से जंघे से कोसा धागा निकालते आ रही है, इसमें उन्हें बहुत कम आमदनी होती थी, पर अब निश्चित ही इस मशीन के प्रयोग से उनकी आमदनी काफी बढ़ जाएगी। रेखा देवांगन ने कहा कि अब उन्हें जंघे से धागा नहीं निकालना पड़ेगा।
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