जागरूकता रैली, संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का हुआ आयोजन
जांजगीर-चांपा. विश्व स्वास्थ दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला मुख्यालय में कचहरी चौक से बीडी महंत उद्यान तक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया और उद्यान में सभा आयोजित स्वास्थ एवं मतदाता जागरूकता विषय पर संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विश्व स्वास्थ संगठन द्वारा इस वर्ष अवसाद (डिप्रेसन) मुक्त जीवन की थीम पर विश्व स्वास्थ दिवस का आयोजन किया जा रहा है। रैली में विद्यार्थियों ने स्वास्थ व मतदाता जागरूकता के नारे लगाए। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में सही उत्तर देने वाले बच्चों को पुरस्कर से सम्मानित किया गया। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने उपस्थित विद्यार्थियों से मानसिक स्वास्थ के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जीवन की दौड़ में हर व्यक्ति आगे नहीं रह सकता। दौड़ में कोई आगे और कोई पीछे रह जाता है। आगे आने के लिए निरंतर प्रयास जारी करते रहना चाहिए। स्वयं के लिए प्रतिदिन की कार्ययोजना तैयार करें। कार्य योजना असफल होने पर पछतावा ना करते हुए पुन: अपनी योजना में आगे बढ़ते रहे। अपनी अच्छी आदतो को बढ़ावा दें। बड़े बुजुर्गो के अनुभव व सुझाव को भी अपनी जीवन में शामिल करें। डॉ. भारतीदासन ने बताया पुरूष की तुलना में अवसाद से ग्रसित महिलाओं का प्रतिशत अधिक है। महिलाएं घर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाती है। यदि कामकाजी महिला हैं तो उन्हें घर व बाहर के काम में सामंजस्य बिठाने में कठिनाई होती है। परिवार के अन्य सदस्यों को भी घर के कामकाज में सहयोग कर महिलाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजीत वसंत ने कहा कि हर व्यक्ति के मन में सकारात्मक व नकारात्मक विचार आते हैं। लगातार नकारात्मक विचारों में घिरना ही अवसाद है। ऐसे समय में स्वयं को अकेला ना रखे। अपने परिवार व मित्रों के साथ चर्चा के लिए समय निकाले। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुखनाथ अहिरवार ने निर्वाचन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए नोटा, सर्विश वोटर आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ. वी जयप्रकाश ने डिप्रेसन से बचने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन मनोरंजन के लिए समय अवश्य निकाले। नियमित व्यायाम एवं साहित्य अध्ययन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अपने विश्वनीय लोगों के साथ अपने विचारों पर खुल कर चर्चा करें। अवसाद के समय टीव्ही और नशा आदि से परहेज करें। सुबह सैर, ध्यान, योग आदि को दिनचर्या में शामिल कर भी अवसाद से बचा जा सकता है।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सही उत्तर देने वाले 15 प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। प्रतिभागियों में पिंकी पटेल, जितेन्द्र साहू, दीक्षा रत्नाकर, सुनील डहरिया, सुनील टंडन, लक्ष्मी यादव, आकांक्षा राठौर, दिव्यानी खरे, मनीषा कुर्रे, कृष्ण कुमार, प्रतीक्षा श्रीवास, विशाल राठौर, अमृता, प्रशांत सिंह और संजना साहू शामिल है। कार्यक्रम का संचालन डीपीएम गिरीश कुर्रे ने किया। लोक कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी गीत व नृत्य के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूक के कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. बीएस चंदेल, डॉ. आरडी गुप्ता, डॉ. श्रीवास्तव, नर्सिंग कॉलेज, लाइवलीहुड कॉलेज सहित जिला मुख्यालय के विभिन्न महाविद्यालय व विद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे।
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