गुरुवार, 11 मई 2017

अमलडीहा के खेत में उतरा सीएम का उडऩखटोला, मिली कई सौगातें, समाधान शिविर में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. सिंह

सक्ती. प्रदेशव्यापी लोक सुराज अभियान के तहत प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह गुरूवार को अचानक सक्ती विकासखण्ड के ग्राम पंचायत अमलडीहा के समाधान शिविर में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने अमलडीहा में संचालित अनुसूचित जनजाति बालक आश्रम शाला को 60 से बढ़ाकर सौ सीटर करने की घोषणा की। इस घोषणा पर त्वरित अमल करते हुए आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग ने अमलडीहा में सौ सीटर माध्यमिक स्तर का आश्रम संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। वहीं शिक्षा विभाग ने युक्तियुक्तकरण के अंतर्गत प्राथमिक शाला अमलडीहा को शैक्षणिक सत्र 2017-18 से पूर्व माध्यमिक शाला में उन्नयन करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री ने इस आश्रम के लिए जिला खनिज न्यास मद से भवन निर्माण की भी घोषणा की है। 

शिविर में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने लोक सुराज अभियान के दौरान विभिन्न विभागों को प्राप्त आवेदनों और उन पर की गई कार्रवाई की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को शासकीय उचित मूल्य की दुकान सही समय पर खुलवाने और गरीबों को समय पर राशन सामाग्री उपलब्ध  कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का सबसे अधिक लाभ मिल रहा है। केवल सक्ती विकासखण्ड के 27 हजार परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। कुल मिलाकर दो वर्ष में इस जिले के एक लाख 90 हजार परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अमलडीहा कलस्टर के अंतर्गत शामिल गावों में पेयजल की समस्या के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जहां ज्यादा दिक्कत हो, वहां सिंगल फेस पंप स्थापित कर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को पानी पिलाना पहली प्राथमिकता है। उन्होंने जिन क्षेत्रों में जल स्तर घट रहा है, वहां के किसानों से सिचाई पंप बंद करने की अपील की है। डॉ. सिंह ने कहा है कि अमलडीहा के उन दो वार्डो का चयन कर लें, जहां पानी की पेयजल की समस्या है, वहां नए नलकूल या सोलर पंप लगा दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने पटवारियों को सोमवार और मंगलवार को आवश्यक रूप से मुख्यालय में रहकर विभागीय कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि क्षेत्र में स्वयं मुख्यमंत्री के आने पर भी इन दो दिनों में पटवारियों को अपना मुख्यालय छोडऩे की जरूरत नहीं है। शिविर में डॉ. सिंह ने मई माह के अंत तक स्कूली छात्र-छात्राओं का जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश सक्ती के तहसीलदार को दिए। मुख्यमंत्री ने मृत्यु प्रमाण पत्र के संबंध में लोगों से चर्चा करते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत और नगरीय क्षेत्रों में नगर पालिका और नगर पंचायत द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।  इस अवसर पर लोकसभा सांसद कमला देवी पाटले, सक्ती विधायक डॉ. खिलावन साहू, छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष निर्मल सिंहा, मुख्य सचिव विवेक ढांड, लोक निर्माण विभाग के सचिव सुबोध कुमार सिंह, कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव सहित कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने की सराहना

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने विकासखण्ड सक्ती में विभागीय योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए खाद्य विभाग, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, विद्युत विभाग और क्रेडा की सराहना की। उन्होंने दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में जिले के उत्कृष्ट प्रदर्शन की भी सराहना करते हुए कहा कि जिले में शिक्षा के स्तर में काफी सुधार आया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मालती बाई, शांति बाई, भागबाई, अमली बाई, बिसल बाई सहित अनेक महिलाओं को गैस कनेक्शन, गैस चूल्हा और सिलेण्डर आदि वितरित किया। शिविर में एक हजार 184 मांग और 21 शिकायत सहित कुल एक हजार 205 आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई। 

विज्ञान मॉडलों का किया अवलोकन

मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने शासकीय आदिवासी बालक आश्रम के शिक्षक और वहां के बच्चों द्वारा कबाड़ और बेकार की वस्तुओं से निर्मित विज्ञान मॉडलों का अवलोकन किया। इस अवसर पर शिक्षक शैल कुमार पाण्डेय ने प्लास्टिक ट्यूब, स्ट्रा और फुग्गे आदि से बने हेण्डपंप माडल से पानी निकालकर दिखाया। उन्होंने कई अन्य विज्ञान मॉडलों का प्रयोग कर दिखाया। डॉ. सिंह ने इन प्रयासों की सराहना की। शिक्षक पाण्डेय ने बताया कि इन प्रायोगिक मॉडलों के जरिए बच्चे बहुत जल्दी विज्ञान के सिद्धांतों को समझ जाते हैं और बच्चे स्वयं भी इस तरह के मॉडलों को बनाने का प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने वहां उपस्थित कक्षा चौथी के छात्र डेविड कुमार केंवट और सुजल सिदार को उज्ज्वल भविष्य का आशीष दिया। साथ ही शिक्षक शैल कुुमार के आग्रह पर उनके फोटो में हस्ताक्षर कर आटोग्राफ  दिया। 

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