सोमवार, 29 मई 2017

दतौद के पत्थर खदान के पास महिला और पुरूष की हत्या, कुचला मिला दोनों का सिर, शरीर में जगह-जगह जख्म के निशान

जांजगीर-चांपा. ग्राम दतौद के पत्थर खदान के पास सोमवार की सुबह एक महिला एवं एक पुरूष की सिर कुचली लाश मिली है। मृतकों के शरीर पर कई जगह चोंट के निशान हैं, जिससे पत्थर से दोनों की हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। वारदात की सूचना पाकर मौके पर पहुंची जैजैपुर पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के बाद छानबीन शुरू कर दी है।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम दतौद और आमगांव के बीच सबरिया डेरा एवं पत्थर खदान के पास सोमवार की सुबह कुछ ग्रामीणों ने एक व्यक्ति की लाश देखी। मृतक के शरीर पर चोंट के निशान थे। ग्रामीण इसकी सूचना जैजैपुर थाने में देने वाले थे, तभी कुछ ही दूरी पर एक महिला भी मृत अवस्था में दिखी। उसके शरीर पर भी जख्म के निशान थे। वहीं दोनों के सिर कुचले हुए थे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जैजैपुर पुलिस को दी। जैजैपुर पुलिस ने घटना से प्रभारी पुलिस अधीक्षक एचआर मनहर को अवगत करवाया और उनके दिशा-निर्देश में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सक्ती, डॉग स्क्वॉयड जांजगीर तथा जैजैपुर पुलिस मौके पर पहुंची। मौका मुआयना करने के बाद पुलिस ने शवों की शिनाख्त के लिए ग्रामीणों को बुलवाया। इस दौरान मृत व्यक्ति की पहचान कोरबा जिला अंतर्गत कुसमुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम दुरपा निवासी बाबूबुटन यादव (38) पिता लखन सिंह यादव के रूप में की गई। वहीं मृत महिला की शिनाख्त ग्राम दतौद निवासी केकरी बाई उर्फ  जमुना बाई नेताम (52) पिता पुरीराम नेताम के रूप में की गई। शवों की शिनाख्त के बाद पुलिस ने इस मामले की गुत्थी सुलझाने डॉग स्क्वॉयड की मदद ली, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। जैजैपुर थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों की मौत का कारण हत्या प्रतीत हो रहा है। मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।

मानसिक रूप से अस्वस्थ थी महिला

पूछताछ में पता चला कि मृतिका केकरी बाई का ससुराल जगदल्ला है, किन्तु मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण वह पिछले कुछ सालों से जैजैपुर से दतौद के बीच घूम-घूमकर रहती थी। वहीं मृतक बाबूबुटन यादव के संबंध में पता चला कि उसका ससुराल ग्राम दतौद है। सात साल पहले ग्राम दतौद की राधिका के साथ उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद मृतक बाबूबुटन जांजगीर में किराए के मकान में रहता था और किसी ढाबा में रसोईया का काम करता था।

आदतन शराबी था मृतक बाबूबुटन

पूछताछ में यह भी पता चला कि बाबूबुटन यादव को शराब की लत थी, जिसके कारण उसकी पत्नी कुछ माह से अपने मायके ग्राम दतौद में निवास कर रही थी। बाबूबुटन बीच-बीच में दतौद आता था, जहां उसके और उसकी पत्नी के बीच विवाद होता था। इसी गुस्से में आकर मृतक बाबूबुटन की पत्नी ने थाना जैजैपुर में कुछ माह पहले शिकायत कर उसे जेल भिजवा दिया था। वह जेल में 13 दिन रहने के बाद छूटा था।

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