सोमवार, 8 मई 2017

झोलाछाप डॉक्टर बोला-खबर छापकर दिखाओ, ठीक नहीं होगा अंजाम, डभरा में धड़ल्ले से चल रहा झोलाछाप डॉक्टरों का कारोबार

डभरा. छत्तीसगढ़ में नर्सिंग होम एक्ट लागू हुए तीन साल हो गए हैं, लेकिन जिले के डभरा विकासखंड क्षेत्र में अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। जब-जब आलाधिकारियों पर उच्च स्तर से दबाव बनता है, तब-तब आला अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हैं। डभरा में अवैध क्लीनिक संचालित करने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर का हौसला इसकदर बुलंद है कि वह शासन-प्रशासन के किसी कायदे-कानून की परवाह नहीं करने की बात कह रहा है। कथित डॉक्टर का कहना है कि मीडियाकर्मी उसके क्लीनिक के संबंध में खबर प्रकाशित करके दिखाएं, फिर उनका अंजाम क्या होगा, पता चल जाएगा।

उल्लेखनीय है कि डभरा क्षेत्र में सरकारी अस्पताल के सामने ही दर्जनों अवैध पैथो लैब और क्लीनिक संचालित हो रहे हैं, लेकिन उनके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। क्षेत्र के छोटे-छोटे गांवों में संचालित कुछेक क्लीनिक संचालकों पर कार्रवाई करके औचारिकता निभाई जा रही है। इससे ऐसा लग रहा है कि डभरा में अवैध रूप से संचालित बड़े क्लीनिक संचालकों से आलाधिकारियों को मोटी रकम मिल रही है। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले हाईकोर्ट के आदेश पर डभरा बीएमओ की टीम ने चंद्रपुर के एक झोलाछाप डॉ. सलील विश्वास के यहां छापामार कार्रवाई की थी। इस दौरान झोलाछाप डॉ. सलील विश्वास द्वारा कोई वैध दस्तावेज नहीं  दिखाया गया था, जिसके कारण उसे क्लीनिक बंद करने का आदेश दिया गया था, लेकिन डॉ. सलील विश्वास ने अभी तक क्लीनिक बंद नहीं किया है। 

क्लीनिक अभी तक संचालित हो रहा है, क्योंकि डॉ. सलील विश्वास वर्तमान में चंद्रपुर नगर पंचायत में भाजपा से एल्डरमेन है। उसका कहना है कि वह शासन-प्रशासन के किसी नियम-कानून को नहीं मानता। वह क्लीनिक का संचालन करता रहेगा, जिसे जो करना है कर ले। उसके द्वारा मीडियाकर्मियों को धमकी भी दी गई है कि यदि कोई उसके अवैध क्लीनिक के खिलाफ खबर प्रकाशित करता है तो अंजाम ठीक नहीं होगा।

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