जांजगीर-चांपा. हर संत का एक अतीत होता है और हर अपराधी का एक भविष्य होता है। जब हम एक विधि से संघर्षरत किशोर के संबंध में बने विधि के प्रावधानों पर विचार करते हैं तो पाते हैं कि यह सभी सुधारात्मक दंड से दोषसिद्ध किशोरों में भविष्य की संभावनाएं तलाशने पर आधारित हैं। उक्त विचार जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने किशोर न्याय विषय पर सोमवार को जिला न्यायालय में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान व्यक्त किया।
उन्होनें किशोर न्याय पर आधारित विधि के प्रावधानों की विस्तार से चर्चा करते हुए पुलिस विवेचना, किशोर न्याय बोर्ड की कार्यवाही इत्यादि के बारे में भी विस्तार से बताया। इसके पूर्व उन्होंने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। किशोर न्याय पर आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट संतोष कुमार आदित्य, प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संघरत्ना भत्पहरी, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अश्वनी चतुर्वेदी, पुलिस उपनिरीक्षक एवं जिला अपराध अभिलेख शाखा प्रभारी गायत्री शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग की संरक्षण अधिकारी ज्योति मिश्रा, शासकीय अभिभाषक संतोष गुप्ता प्रवक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उनके द्वारा विभिन्न चिन्हित विषयों पर संक्षिप्त एवं सारगर्भित जानकारी प्रदान की गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव शुभदा गोयल ने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015 के प्रावधानों के तहत् विधि से संघर्षरत् किशोरों के अधिकारों का संरक्षण, उन्हें दी जाने वाली विधिक सहायता की उपलब्धता पर जानकारी प्रदान करना था, जिसमें न्यायाधीश, अधिवक्ता, किशोर न्याय बोर्ड के पदाधिकारी, बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी, जिले में गठित विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू) के पदाधिकारी, बाल कल्याण अधिकारियों के साथ-साथ विधि छात्र-छात्राएं, बालगृहों के अधीक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, पैरालीगल वालेण्टियर्स प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए। इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि भी काफी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यशाला के दौरान खुली चर्चा में प्रतिभागी की शंकाओं का समाधान किया गया और सुझाव प्राप्त किए गए। कार्यशाला के दौरान बालकों के साथ लैंगिक अपराधों से संरक्षण विषय पर आधारित विधिक जागरूकता की लघु फिल्म ’खुशी’ का प्रसारण किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन प्राधिकरण की सचिव शुभदा गोयल ने किया।
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