चांपा. ग्राम ठाकुरदिया, सलखन और तुलसी सहित जिले के सक्ती नगर के 46 लोगों को पंजाब के अमृतसर जिले में बंधक बनाकर रखा गया है। इस बात की शिकायत मिलने पर जांजगीर-चंापा विधायक मोतीलाल देवांगन ने प्रदेश के श्रम मंत्री, पुलिस महानिदेशक, संभागायुक्त बिलासपुर, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर बंधक बने मजदूरों को तत्काल मुक्त कराकर उनके गृहग्राम वापस लाने और दोषियों पर कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि जांजगीर-चांपा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ठाकुरदिया निवासी रेशम लाल साण्डे पिता कुशल राम साण्डे, रतन लाल साण्डे एवं चंद्रिका बाई सतनामी पति छतराम सतनामी ने विधायक मोतीलाल देवांगन को मोबाइल नंबर 08872140239 से संपर्क कर यह अवगत कराया कि ठेकेदार रामू बिहारी जिसका ससुराल ग्राम पोंड़ी राछा विकासखंड नवागढ़ है, उसके द्वारा ग्राम बगना थाना खासा पोस्ट गीचा तहसील अटारी जिला अमृतसर (पंजाब) ले जाकर सक्ती, सलखन, तुलसी व ग्राम ठाकुरदिया की 16 महिलाओं एवं 30 पुरुषों समेत कुल 46 लोगों को बंधक बनाकर रख लिया गया है।
बंधक मजदूरों को कई माह से न तो मजदूरी दी जा रही है और न ही कहीं संपर्क करने दिया जा रहा है। इन मजदूरों द्वारा किसी तरह उक्त मोबाईल नंबर से संपर्क कर विधायक देवांगन को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए सभी 46 लोगों को मुक्त कराए जाने का अनुरोध किया। जांजगीर-चांपा विधानसभा एवं जिले के 46 लोगों को अमृतसर (पंजाब) में बंधक बनाकर रखे जाने की जानकारी मिलते ही विधायक देवांगन ने तत्काल प्रदेश के श्रम मंत्री, पुलिस महानिदेशक, संभागायुक्त बिलासपुर तथा कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराते हुए बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराकर वापस सकुशल उनके गृह ग्राम लाने के लिए समुचित कार्यवाही करने तथा दोषी तत्वों पर कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
विधायक देवांगन की इस त्वरित पहल से जांजगीर-चांपा विधानसभा एवं जिले के 46 लोगों को पंजाब में बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराए जाने की आस जगी है। गौरतलब है कि जिले से प्रतिवर्ष रोजगार मूलक कार्यों के अभाव में बड़ी संख्या में मजदूर जम्मू कश्मीर, हरियाणा व पंजाब जैसे प्रदेशों में पलायन कर जाते हैं, जिन्हें वहां बंधक बनाकर रखे जाने की शिकायतें सामने आती रहती है। विधायक देवांगन ने प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन पर जिले से अन्यत्र प्रदेशों में पलायन करने वाले मजदूरों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए मांग की है कि पलायन की इस समस्या का शीघ्र प्रभावी निदान किया जाए।
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