गुरुवार, 11 मई 2017

सप्ताह भर बाद फिर शुरू हो जाएगा नगदी संकट, आरबीआई से चेस्ट ब्रांच में पहुंची नाममात्र की करेंसी

जांजगीर-चांपा. नोटबंदी के बाद से कैश को लेकर शुरू हुई लोगों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। नगदी के संकट के बीच गुरूवार को आरबीआई ने शहर के चेस्ट ब्रांच में नगदी भेजी है, जो नाकाफी है। इससे मुसीबत कम नहीं होगी। बताया जा रहा है कि एक सप्ताह के भीतर नगदी का संकट फिर शुरू हो जाएगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक की सभी शाखाओं का खजाना वर्तमान में खाली हो चुका है। हजारों ग्राहक नगदी की समस्या से जूझ रहे हैं। बैंक व एटीएम ड्राई हो चुकी हैं। नगदी को लेकर काफी भागदौड़ करनी पड़ रही है। शहर के अधिकांश एटीएम ड्राई हैं। कियोस्क मशीनें भी बंद हैं। गुरूवार को सभी की निगाहें भारतीय रिजर्व बैंक की गाड़ी पर थी। बताया जा रहा है कि नागपुर आरबीआई की गाड़ी करेंसी लेकर एसबीआई के चेस्ट ब्रांच में पहुंची। आरबीआई से जितनी रकम मिली है, वह मांग से कई गुना कम है। कम मात्रा में नोट आने से बैंक अधिकारी नाराज हैं। उनका कहना है कि इससे ग्राहकों को मामूली राहत मिलेगी। एक सप्ताह के भीतर संकट फिर खड़ा हो जाएगा। 

कैश संकट को लेकर एसबीआई के कैशियर से लेकर ब्रांच मैनेजर और उच्चाधिकारी परेशान हैं। उनका कहना है कि आरबीआई ने कम करेंसी देकर मुसीबत और बढ़ा दी है। ग्राहक अगर पूरा पेंमेंट और लोन की राशि नगदी में मांगते हैं तो हालात और बिगड़ेंगे। परिस्थिति यह है कि एक-दूसरी शाखाओं से व्यवहार में काम चला रहे हैं। कुछ ब्रांच तो एक-दूसरे से उधार मांग रहे हैं। 

एटीएम में आपूर्ति संभव नहीं

आरबीआई से जितनी करेंसी आई हैं उससे सभी एटीएम में आपूर्ति संभव नहीं है। कारण कि शहर के दर्जनों बैकों को प्रतिदिन 20 करोड़ से अधिक कैश की जरूरत पड़ती है। इस लिहाज से रोलिंग सिस्टम में केवल एक या दो दिन ही ग्राहकों को शांत किया जा सकता है। एटीएम में 24 घंटे कैश मिलेगा, ऐसा मुमकिन होते नहीं दिख रहा है। शहर के भीतर कुल 32 एटीएम बूथ हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें