शनिवार, 19 अगस्त 2017

ससहा में दीवार ढहने से एक बच्चे की मौत, चार घायल, घायल बच्चों का पामगढ़ स्थित सीएचसी में उपचार जारी

पामगढ़. ग्राम ससहा में कच्ची दीवार ढहने से एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं इस हादसे में चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें काफी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकालकर पामगढ़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। घटना शनिवार की सुबह की है। बताया जा रहा है कि जब यह हादसा हुआ, तब सभी बच्चे उस कच्ची दीवार के आसपास खेल रहे थे।

जानकारी के अनुसार, पामगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम ससहा निवासी बद्री विशाल कुर्मी का गजपाल पैकरा के घर से लगा हुआ बड़ा मकान है, जो बेहद कमजोर था। मकान की दीवारें जर्जर हो गई थीं। शनिवार की सुबह स्कूल की जल्दी छुट्टी होने के कारण टकेश्वरी (12) पिता रामेश्वर पैकरा, पुरूषोत्तम (15) पिता गजपाल, अमित पैकरा (11), ओमप्रकाश पैकरा एवं दुर्गेश पैकरा (4) गजपाल पैकरा के घर टीवी देख रहे थे, तभी मकान की दीवार भरभराकर बच्चों के ऊपर ही गिर गई। मौके पर चीख-पुकार का दौर चलने लगा। दीवार में दबे बच्चों को बाहर निकालने परिजन सहित आसपास के लोग बड़ी संख्या में जुट गए। 

इसी दरम्यान गांव के कुछ लोगों ने मामले की सूचना पामगढ़ पुलिस को दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तब तक परिजन ग्रामीणों की मदद से घायल बच्चों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे। दीवार के मलबे में टकेश्वरी पिता रामेश्वर पैकरा, पुरूषोत्तम पिता गजपाल, अमित पैकरा, ओम प्रकाश पैकरा व चार वर्षीय दुर्गेश दबे थे। पुलिस की मदद से सभी बच्चों को सकुशल बाहर निकालने की कवायद तेज की गई। इस प्रयास में टकेश्वरी, पुरूषोत्तम व ओमप्रकाश सहित चार बच्चों को बाहर निकाला जा सका, जिन्हें तत्काल गंभीरावस्था में पामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहीं इस हादसे में चार वर्षीय दुर्गेश पिता शिवप्रसाद पैकरा की मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर एसडीओपी निकोलस खलखो भी मौके पर पहुंचे और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर की। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, तब कुछ बच्चों के परिजन खेतों में काम करने के लिए गए हुए थे।
 

नहीं पहुंचे अफसर, भडक़े परिजन

घटना की जानकारी मिलते ही पामगढ़ स्थित सीएचसी में स्थानीय नेताओं एवं ग्रामीणों की भीड़ लग गई। वहां मौजूद स्थानीय नेताओं ने एसडीएम एवं तहसीलदार की अनुपस्थिति में अन्य जिम्मेदारों से मुआवजे की मांग की। बताया जा रहा है कि करीब तीन घंटे तक कोई अधिकारी वहां नहीं पहुंचे थे। इस बात को लेकर लोगों में खासा आक्रोश देखा गया। कुछ नेताओं ने इसकी जानकारी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को फोन के माध्यम से दी, तब एसडीओपी निकोलस खलखो और नायब तहसीलदार सीएचसी पहुंचे और मृतक बच्चे के पिता को 25 हजार रुपए की मुआवजा राशि प्रदान की।

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