मंगलवार, 19 सितंबर 2017

प्रशासन बोला-सूदखोर था जगदीश, कर्ज वसूल नहीं पाया तो की खुदकुशी, कलेक्टर के सामने किसान की आत्महत्या के मामले में प्रशासन ने रखा अपना पक्ष

जांजगीर-चांपा. कलेक्टर जनदर्शन में कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के समक्ष किसान जगदीश बघेल द्वारा जहर सेवन कर खुदकुशी किए जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले को लेकर जिला प्रशासन द्वारा मीडिया के समक्ष रखा गया अपना पक्ष काफी चौकानें वाला है। अपर कलेक्टर डीके सिंह के हस्ताक्षर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मृतक जगदीश खुद सूदखोर था। वह कर्ज पर दूसरों को रकम देता था। कर्ज की रकम वसूल नहीं होने के कारण उसने ऐसा कदम उठाया है।

अपर कलेक्टर डीके सिंह के हस्ताक्षर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि जांजगीर-चांपा जिले के चांपा तहसील के ग्राम कुरदा का निवासी लगभग 45 वर्षीय जगदीश बघेल सोमवार को जहरीला पदार्थ सेवन कर कलेक्टर कार्यालय में पहुंचा था। जनदर्शन के दौरान लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति के मुंह से झाग निकल रहा है। इस बात की जानकारी मिलते ही जनदर्शन में उपस्थित एसडीएम जांजगीर ने बिना देरी किए तत्काल जगदीश को शासकीय वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने जगदीश को बचाने के लिए तुरंत उपचार प्रारंभ कर दिया, लेकिन उपचार के दौरान ही जगदीश की मृृत्यु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार जगदीश अपनी जमीन गिरवी रखकर दूसरों को ब्याज पर कर्ज देता था, लेकिन कई लोगों से वह कर्ज वसूल नहीं कर पाया। इसी संबंध में वह आवेदन देने आया था। 

इस संबंध में शिकायत के लिए जगदीश बघेल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय जांजगीर-चांपा में 27 फरवरी 2017 को भी आवेदन प्रस्तुत किया था, जिसकी थाना प्रभारी चांपा से जांच कराई गई थी। जांच में यह पाया गया कि जगदीश हमेशा लोगों से अपनी भूमि के एवज में रकम उधार लेता था। यह प्रकरण पुलिस हस्तक्षेप के अयोग्य पाए जाने पर थाना प्रभारी चांपा द्वारा 20 अप्रैल 2017 को जगदीश को न्यायालय में जाने की सलाह दी गई थी। इस प्रकरण की तथ्यात्मक जांच के लिए एसडीएम चांपा को निर्देेेशित किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें