शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2018

भव्य कलश यात्रा के साथ संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा शुरू, ढोल-ताशे की धुन पर श्रीकृष्ण की वंदना से भक्तिमय हुआ शहर

जांजगीर. कलेक्टोरेट चौक के समीप नवनिर्मित ‘सरस्वती विला’ में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ 2 फरवरी को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। इस दौरान ढोल-ताशे की धुन पर श्रीकृष्ण की वंदना से शहर का वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। विधिवत् कलश स्थापना एवं देव आह्वान के बाद ग्राम जर्वे निवासी पं. प्रियांश तिवारी कथा वाचक के रूप में व्यासपीठ पर आसीन हुए। वहीं उनके सहयोगी पं. चेतन प्रसाद तिवारी हैं।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ 2 फरवरी को दोपहर सवा तीन बजे भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। ढोल-ताशे के साथ कलश यात्रा नहर पुल के समीप से प्रारंभ हुई, जो मुख्य मार्ग होते हुए कथा स्थल पर पहुंची। यात्रा में शामिल महिलाएं एवं युवतियां एक ही रंग के परिधान में थी, जिससे कलश यात्रा की शोभा देखते ही बन रही थी। इस दौरान धार्मिक गीत एवं भजन भी गाए गए। ढोल-ताशे की धुन पर श्रीकृष्ण की वंदना से नगर का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। इसी कड़ी में तीन फरवरी को शुकदेव जन्म तथा परीक्षित चरित्र की कथा होगी। 

चार फरवरी को वराह अवतार, कपिल चरित्र एवं सती चरित्र, पांच फरवरी को भरत चरित्र, अजामिल उपख्यान एवं समुद्र मंथन, छह फरवरी को वामन अवतार, राम चरित्र एवं कृष्ण अवतार, सात फरवरी को बाल चरित्र, कंस संहार, रूखमणी विवाह, आठ फरवरी को जरासंध, शिशुपाल संहार तथा सुदामा चरित्र, नौ फरवरी को कौरव संहार, परीक्षित मोक्ष, कथा विश्राम एवं चढ़ोत्री होगी। वहीं दस फरवरी को तुलसी वर्षा, हवन, सहस्त्रधारा एवं ब्राह्मण भोज का आयोजन होगा। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक निर्धारित है। आयोजन को सफल बनाने धरमसिंह राठौर, अजीत सिंह राठौर, रंजीत सिंह राठौर सहित अन्य लोग जुटे हुए हैं।

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