जांजगीर. कलेक्टोरेट चौक के समीप नवनिर्मित ‘सरस्वती विला’ में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन तीन फरवरी को कथा वाचक पं. प्रियांश तिवारी ने शुकदेव जन्म तथा परीक्षित चरित्र की कथा का विस्तार से वर्णन किया, जिसे सुनकर श्रोता विभोर हो गए।
उल्लेखनीय है कि ‘सरस्वती विला’ में संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ 2 फरवरी को दोपहर सवा तीन बजे भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। इस दौरान ढोल-ताशे की धुन पर श्रीकृष्ण की वंदना से नगर का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। कथा के दूसरे दिन तीन फरवरी को कथा वाचक पं. प्रियांश तिवारी ने शुकदेव जन्म तथा परीक्षित चरित्र की कथा कही। इस दौरान उनकी टीम के संगीतकारों ने बीच-बीच में आकर्षक भजनों की प्रस्तुति दी। इसी कड़ी में चार फरवरी को वराह अवतार, कपिल चरित्र एवं सती चरित्र, पांच फरवरी को भरत चरित्र, अजामिल उपख्यान एवं समुद्र मंथन, छह फरवरी को वामन अवतार, राम चरित्र एवं कृष्ण अवतार, सात फरवरी को बाल चरित्र, कंस संहार, रूखमणी विवाह, आठ फरवरी को जरासंध, शिशुपाल संहार तथा सुदामा चरित्र, नौ फरवरी को कौरव संहार, परीक्षित मोक्ष, कथा विश्राम एवं चढ़ोत्री होगी। वहीं दस फरवरी को तुलसी वर्षा, हवन, सहस्त्रधारा एवं ब्राह्मण भोज का आयोजन होगा। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक निर्धारित है। आयोजन को सफल बनाने धरमसिंह राठौर, अजीत सिंह राठौर, रंजीत सिंह राठौर, गर्व सिंह सहित अन्य लोग जुटे हुए हैं।
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