मंगलवार, 10 अप्रैल 2018

प्रेस कान्फ्रेंस से घंटों पहले दोहरे हत्याकांड का खुलासा, मातहतों पर भडक़ी एसपी, जिम्मेदारों को लगाई फटकार, कहा- बर्दाश्त नहीं की जाएगी मनमानी

जांजगीर-चांपा. ग्राम कटौद के एक घर में सप्ताहभर पहले ननद-भाभी की संदिग्धावस्था में जली हुई लाश मिली थी। इस दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को दोपहर 12 बजे जिला मुख्यालय स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कान्फ्रेंस रखी थी। पुलिस अधिकारी प्रेस कान्फ्रेंस में इस मामले का खुलासा करते, इससे पहले ही पूरी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। पुलिस विभाग के कुछ कर्मचारियों ने सोमवार की रात ही हत्या के आरोपी की तस्वीर के साथ पूरे मामले का खुलासा कर दिया।  इस बात की शिकायत जब पुलिस अधीक्षक नीथू कमल तक पहुंची तो उन्होंने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मातहतों को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही पूरे मामले की जांचकर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन भी दिया है। एसपी ने साफ शब्दों में कहा है कि किसी भी कर्मचारी की मनमानी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे कर्मचारी अपनी आदत में सुधार लाएं, अन्यथा परिणाम भुगतने तैयार रहें। 

दरअसल, जिले के नवागढ़ थानांतर्गत ग्राम कटौद में बीते 2 अप्रैल की सुबह 5.30 बजे ग्रामीणों ने परमेश्वर केंवट के घर के भीतर आग की लपटें देखी। घर के अंदर परमेश्वर केंवट की पत्नी प्रमिला (25) एवं बहन परमेश्वरी (30) जिंदा जल रही थी। वहीं घर में परमेश्वर का पुत्र यमन केंवट (7) मौजूद था। घर के भीतर का नजारा देखकर ग्रामीणों ने आसपास के लोगों को घटना से अवगत कराया। इसके बाद आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया, लेकिन आग काफी भडक़ चुकी थी, इस कारण ग्रामीणों का प्रयास असफल रहा। ऐसे में मामले की सूचना नवागढ़ थाने में दी गई। सूचना पाकर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दमकल बुलवाकर आग पर काबू पाया। पुलिस ने जब घर के भीतर प्रवेश किया तो वहां प्रमिला और परमेश्वरी की जली हुई लाश मिली। पूछताछ में पता चला कि प्रमिला का पति परमेश्वर केंवट अचानक गायब हो गया है, जिसकी जानकारी किसी को नहीं है। ऐसे में पुलिस को परमेश्वर केंवट पर ही संदेह हुआ और मौके पर डाग स्क्वायड तथा एफएसएल की टीम बुलाई गई। दोनों टीमों ने अपने स्तर पर बारीकी से छानबीन की, लेकिन लाश पूरी तरह से जल चुकी थी, जिसके कारण कोई अहम सुराग नहीं मिला। इधर, प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया। पुलिस के हाथ हाल ही में जब शार्ट पीएम रिपोर्ट लगी तो पता चला कि दोनों महिलाओं की हत्या के बाद उनके शवों को जलाया गया है, ताकि पुलिस गुमराह हो जाए। शार्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस का संदेह परमेश्वर केंवट की ओर और बढ़ गया, क्योंकि वारदात के बाद से वह गायब था। पुलिस की टीम संभावित ठिकानों पर दबिश देकर उसकी खोजबीन कर रही थी, लेकिन कई दिनों तक उसका कहीं पता पता नहीं चला। कई दिनों के प्रयास के बाद आखिरकार पुलिस ने सोमवार को दोहरे हत्याकांड के आरोपी परमेश्वर को ढूंढ ही निकाला। वहीं पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया। खास बात यह है कि पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कान्फ्रेंस रखकर करने वाले थे। इससे कुछ घंटे पहले सोमवार की रात ही पुलिस विभाग के कुछ कर्मचारियों ने इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया। खुलासे के बाद खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई, जिसे देखकर पुलिस अधिकारी चौंक गए। वहीं मंगलवार की सुबह कुछ मीडियाकर्मियों ने इस मामले की शिकायत जब पुलिस अधीक्षक नीथू कमल से की तो उन्होंने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई। साथ ही चेतावनी भी दी कि यह कृत्य बर्दाश्तयोग्य नहीं है। बेहतर होगा कि ऐसे पुलिसकर्मी अपनी आदत में सुधार ले आएं, अन्यथा वे कड़ी कार्यवाही करने से पीछे नहीं हटेंगी। 

वाट्सएप्प ग्रुप में जुड़ा एसपी का नंबर

बिलासपुर आईजी के निर्देश पर पुलिस विभाग से संबंधित कार्यवाही एवं सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए सोशल मीडिया वाट्सएप में स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा मीडिया-पुलिस नामक एक ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में जिले में पदस्थ एएसपी, सभी डीएसपी, एसडीओपी, थाना प्रभारी एवं मीडियाकर्मी जुड़े हुए थे, लेकिन नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक नीथू कमल का नंबर इस ग्रुप में नहीं जुड़ा था। इस वजह से कई थानेदार सूचनाओं के आदान-प्रदान को लेकर अपनी मनमानी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस ग्रुप में प्रेस नोट वायरल करने के बजाय वे दूसरे ग्रुपों में अथवा व्यक्तिगत नंबरों पर कर रहे थे। इस वजह से अधिकांश मीडियाकर्मियों को परेशानी हो रही थी। इस मामले की शिकायत जब पुलिस अधीक्षक नीथू कमल से की गई, तब उन्होंने अपना नंबर मीडिया-पुलिस ग्रुप में जुड़वाया तथा आश्वस्त किया कि सूचनाओं के आदान-प्रदान में अब किसी भी मीडियाकर्मी के साथ भेदभाव नहीं होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें