मंगलवार, 29 मई 2018

वृष्टि वेलफेयर फाउंडेशन ने अब तक खाली नहीं किया स्कूल भवन, मालखरौदा के पुराने हाईस्कूल भवन में अभी भी ट्रेनिंग सेंटर संचालित

जांजगीर-चांपा. ग्राम पंचायत मालखरौदा के तत्कालीन सरपंच ने गांव के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला के पुराने भवन को एक एनजीओ को किराए पर दे दिया है, जिसकी शिकायत ग्रामीणों के माध्यम से जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंची है। वहीं विद्यालय के प्राचार्य ने भी ग्राम पंचायत मालखरौदा के तत्कालीन सरपंच को नोटिस जारी किया है, जिसकी जानकारी प्राचार्य द्वारा उच्चाधिकारियों को दी गई है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा शाला भवन को खाली नहीं करवाया जा रहा है। इससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।

उल्लेखनीय है कि विकासखंड मुख्यालय मालखरौदा स्थित पुराने हाईस्कूल भवन को कन्या हाईस्कूल के लिए व्यवस्थित किया गया था, जिसे मालखरौदा के तत्कालीन सरपंच वृंदालाल धीवर ने चोरी-छिपे संजयकुमार तंबोली द्वारा संचालित वृष्टि वेलफेयर फाउंडेशन को किराए पर दे दिया है। इससे ग्रामवासियों को परेशानी हो रही है। इस संबंध में ग्रामवासियों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि निजी संस्था को दिए गए भवन को तत्काल खाली कराया जाए तथा उक्त भवन में कन्या हाईस्कूल खोलने की व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों ने ज्ञापन में यह भी कहा है कि ग्राम पंचायत मालखरौदा स्थित पुराने हाईस्कूल भवन में ग्रामवासियों द्वारा कन्या हाईस्कूल खोलने की मांग पूर्व में शासन से की गई थी। उक्त भवन को ग्रामवासियों ने कन्या हाईस्कूल के लिए उपयुक्त मानकर सुव्यवस्थित रखा था, जबकि तत्कालीन सरपंच धीवर एवं पंचायत द्वारा आमजनता को विश्वास में न लेकर उक्त भवन को मोटी रकम नजराना बतौर लेकर एक निजी संस्था को किराए पर दे दिया गया है। आपको बता दें कि बाजार दर पर 8 कमरे व चार कमरे, खेल मैदान सहित कुल बारह कमरों का किराया 36 हजार रुपए होता है। वहीं खेल मैदान जो कि हायर सेकेण्डरी के अधिकार क्षेत्र में है, जिसे तत्कालीन सरपंच द्वारा किराए पर दिया जाना नियम विरूद्ध है। तत्कालीन सरपंच ने एक स्टाम्प पेपर पर पंचायतीराज अधिनियम 1993 की धारा 138 के तहत उक्त भवन को सन 2023 तक के लिए एनजीओ को किराए पर दिया है। खास बात यह है कि किरायानामा में सचिव का हस्ताक्षर नहीं है। इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों से करीब दो माह पहले लिखित शिकायत की है। इसके बावजूद, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा एनजीओ संचालक को खुली छूट दिया जाना लोगों के समझ से परे है।
 

प्राचार्य ने जारी किया है नोटिस

विद्यालय के प्राचार्य ने इस मसले को लेकर ग्राम पंचायत मालखरौदा के तत्कालीन सरपंच को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि बस स्टेण्ड मालखरौदा के पास स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला के पुराने भवन को मालखरौदा के पूर्व प्राचार्य एवं प्रधानपाठक द्वारा नि:शुल्क सरस्वती साइकिल योजना वितरण, सफाई एवं रखरखाव कार्य के लिए आपको दिया गया था, लेकिन आपके द्वारा शनि व्यवसायिक प्रशिक्षण केन्द्र मालखरौदा को उक्त भवन किराए पर दे दिया गया है। प्राचार्य ने नोटिस के माध्यम से तत्कालीन सरपंच से पूछा है कि आपने किस अधिकार के तहत पुराने भवन को किराए पर दिया है। आपके पास यदि किसी प्रकार का आदेश हो तो प्रस्तुत करें।

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