वन मंत्री के निर्देश पर मुख्य वन संरक्षक ने की घोषणा

धरना स्थल पर जिला वन मण्डल अधिकारी सतोविशा समाजदार, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अजय उरांव सहित पुलिस विभाग के अधिकारियों व आम जनता की मौजूदगी में मुख्य वन संरक्षक ने परिजनों के समक्ष शासन का पक्ष रखते हुए कहा कि रेंजर लदेर के नाम पर वन विभाग प्रत्येक वर्ष राज्य स्तर पर ईमानदारी व बहादुरी से काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को वीरता पुरस्कार देगी। मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि वीरता पुरस्कार के अंतर्गत एक लाख रुपए नगद सहित प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य सभी मांगों को शासन तक रखने का आश्वासन दिया, जिस पर परिजनों एवं सर्वमंच द्वारा तीन माह का समय शासन को दिया गया। यदि तीन माह में उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो पुन: धरना प्रदर्शन आरंभ करने की बात कही गई, तब मुख्य वन संरक्षक सुब्रमण्यम ने कहा कि रेंजर लदेर की पत्नी पुष्पा लदेर को सहायक ग्रेड 3 पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी, जिसे परिजनों द्वारा अस्वीकार करते हुए द्वितीय श्रेणी के राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति देने की मांग रखी, जिसे शासन तक पहुंचाने की बात प्रतिनिधि मंडल ने कही। मामले की सीबीआई जांच पर शासन का पक्ष रखते हुए मुख्य वन संरक्षक सुब्रमण्यम ने कहा कि विशेष जांच दल मामले की जांच करेगा, जिसमें पुलिस अधीक्षक रायगढ़ सदस्य होंगे। प्रशासन के आश्वासन के बाद में परिजनों एवं मंच के सदस्यों ने बैठककर इस बात को दोहराया कि जब तक लदेर को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता, तब तक वे अपनी मांगों पर कायम रहेंगे और शासन को दिए गए तीन माह के बाद में आगे के धरना प्रदर्शन के लिए कार्य योजना बनाएंंगे।
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