जांजगीर-चांपा. क्षेत्रीय सांसद कमला पाटले ने बजट सत्र में कुशल श्रमिक के संबंध में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री से पिछले तीन वर्षों के दौरान आबंटित निधियों सहित कौशल विकास योजना के अंतर्गत उक्त प्रयोजनार्थ प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान किए गए महिला और पुरूषों के अनुपात का राज्यवार ब्यौरा मांगा।
सांसद पाटले ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री से पूछा कि क्या सरकार ने विभिन्न कम्पनियों और उद्योगों के सहयोग से युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कोई नीति तैयार की है और यदि हां, तो ब्यौरा क्या है?
सांसद पाटले ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री से पूछा कि क्या सरकार ने विभिन्न कम्पनियों और उद्योगों के सहयोग से युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कोई नीति तैयार की है और यदि हां, तो ब्यौरा क्या है?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से विशेष रूप से अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों से संबंधित प्रशिक्षित और लाभान्वित व्यक्तियों की संख्या कितनी है और अब तक कितने युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया हैै? इस योजना के अंतर्गत आधारभूत आवश्कता जैसे पाठ्यक्रमों का सुधार, बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षित शिक्षकों को किस प्रकार तैयार किया जा रहा है? क्या सरकार ने पिछले तीन वर्षों के दौरान विशेष रूप से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत अपने कौशल विकास लक्ष्य हासिल कर लिए हैं और यदि हां तो ब्यौरा क्या है और यदि नहीं तो इसके उपचारार्थ सरकार द्वारा क्या कार्यवाही करने की योजना बनाई गई है। सांसद पाटले के इस प्रश्न के उत्तर में कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री स्वंतत्र प्रभार राजीव प्रताप रूडी ने बताया कि राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) मंत्रालय के जरिए संभावित युवाओं को कवर करने के लिए अखिल भारतीय आधार पर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) नाम से अपनी फ्लैगशिप स्कीम का कार्यान्वयन कर रहा है।
पीएमकेवीवाई बड़ी संख्या में संभावित युवाओं को प्रत्यायिक और संबदध प्रशिक्षण भागीदार/प्रशिक्षण केंद्रों के जरिए नए सिरे से अल्पकालिक प्रशिक्षण लेने तथा पूर्व शिक्षण मान्यता (आरपीएल) प्राप्त करने में समर्थ करती है। पीएमकेवीवाई के अंतर्गत नामांकित महिलाओं और पुरूषों के राज्यवार संलग्न ब्यौरा के अनुसार छत्तीसगढ़ मे नामांकित महिला उम्मीदवार 1163 व पुरूष उम्मीदवार 1765 है। मंत्रालय ने कौशलीकरण परिस्थितिकी तंत्र विशेषकर कौशल प्रशिक्षण के उद्योग की वृहतर भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक उपाए किए गए हैं। सरकार ने उद्योगनीत सेक्टर कौशल परिषद के जरिए डायनमिक और मांग आधारित पाठ्यचर्या और मानक विकसित करने तैयार किया है। इन पाठ्यचर्याओं को नवीनतम राष्ट्रीय पेशा मानक (एनओएस)/अर्हता पैकों (क्यूपी) से सरेखित किया गया है। दूसरी तरफ उद्योगों को समुचित प्रत्यायन और संबद्धन ढांचा के जरिए उच्च रोजगार संभावना वाले पाठ्यक्रमों को चलाने के लिए प्रशिक्षण भागीदारी किए जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। फ्लैगशिप स्कीम प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अंतर्गत उद्योग, उम्मीदवारों की प्रशिक्षण एवं तैनाती गतिविधियों में प्रशिक्षण भागीदार/केन्द्र के रूप में सक्रिय भागीदारी कर रहे है। यह स्कीम प्रशिक्षित उम्मीदवारों की तैनाती कराने में प्रशिक्षण केद्रों (टीसी) को प्रोत्साहित करती है। टीसी को सेक्टर कौशल परिषदों (एसएससी) की सहायता से प्रत्येक छह महीने में तैनाती/रोजगार मेले आयोजित करने तथा स्थानीय उद्योग की भागीदारी सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया है।
पीएमकेवीवाई स्कीम के प्रशिक्षार्थी 1450 रुपए की तैनाती बाद सहायता विशेष समूहों (जिनमें महिलाएं और दिव्यांग उम्मीदवार शमिल हैं) के लिए उम्मीदवार के निवासी जिले के अंदर अथवा बाहर तैनाती पर निर्भर रहते हुए दो या तीन महीन के लिए लागू है। पीएमकेवीवाई (2015-16) के अंतर्गत प्रशिक्षित और प्रमाणित किए जा चुके विशेषकर सामान्य प्रशिक्षित उम्मीदवार 909274, प्रमाणित उम्मीदवार 654137, ओबीसी प्रशिक्षित 704286, प्रमाणित 523109, दिव्यांग प्रशिक्षित 378, प्रमाणित 267, एससी प्रशिक्षित 275725 प्रमाणित 200699 एवं एसटी प्रशिक्षित 83562, प्रमाणित 56546 है। पीएमकेवीवाई स्कीम के पूर्ण प्रभावी कार्यान्वयन के लिए अनेक उपाय जिनमें डिजिटल पहल भी शमिल है, ताकि पारदर्शिता और जिम्मेदारी में विस्तार किया जा सके। केन्द्र विधि मान्यता के क्षेत्र में परिवर्तन, जॉब रोल, प्रशिक्षार्थी हैडबुक, प्रमाण पत्र, उपस्थिति और वित्त से संबधित परिवर्तन शामिल किए गए है।
कौशल विकास प्रशिक्षण प्रक्रिया के अंतर्गत स्मार्ट पोर्टल को सभी केन्द्र प्रत्यायन और संबद्धन प्रक्रिया के लिए वन स्टॉफ समाधान के रूप में प्रारंभ करने तथा धनराशि संवितरण की मॉनीटरिंग, उम्मीदवारों के मूल्यांकन के लिए मूल्यांकन ऐप, उम्मीदवारों के मोबिलाइजेशन के लिए स्किल अप ऐप, उम्मीदवारों के समाकलन के लिए डिजी-लॉकर और उनके डिजिटल प्रमाण पत्र, कौशलयुक्त उम्मीदवारों के डिजिटल रोजगार कार्य की रिपाजिटरी के लिए श्रम बाजार सूचना तंत्र (एलएमआईएस) और सामाजिक आर्थिक डाटा आदि के लिए एसडीएमएस से डिजिटलीकरण प्राप्त किया गया है। पीएमकेवीवाई 2015-16 के अंतर्गत नए सिरे से प्रशिक्षण के अंतर्गत 18,01,963 और आरपीएल के लिए 1,80,511 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें नवबंर 2016 की स्थिति के अनुसार पीएमकेवीवाई के अंतर्गत लाभाथियों की राज्यवार ब्यौरा छत्तीसगढ़ में नए सिरे से प्रशिक्षण 36488, आरपीएल 814 है।
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