जांजगीर-चांपा. तरौद के किसानों को राष्ट्रीय राजमार्ग में अधिग्रहण की गई भूमि का मुआवजा नहीं मिलने से नाराज किसानों द्वारा सीसीआई के पास विरोध प्रदर्शन दिया गया। मामले की सूचना पुलिस प्रशासन को मिलने पर अकलतरा थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी राकेश कुमार कुर्रे, निरीक्षक उमेश मिश्रा पुलिस जवानों के साथ आंदोलन स्थल में पहुंचे एवं किसानों को समझाईश देते हुए आंदोलन समाप्त करने की बात कही गई। किसानों द्वारा कई बार कलेक्टर एवं एसडीएम को शिकायत करने के बाद भी मुआवजा नहीं मिलने एवं लिखित आश्वासन के बाद भी आंदोलन समाप्त करने की बात कही गई।
आंदोलन की सूचना जिला प्रशासन को मिलने पर जांजगीर से बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स आंदोलन स्थल पर पहुंची। तहसीलदार लखेश्वर किरण, लोकनिर्माण विभाग एवं सडक़ निर्माण कम्पनी अग्रवाल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मेनेजर पीके सिंह भी आंदोलन स्थल में पंहुचे एवं किसानों की मांगों से अवगत होते हुए मुआवजा प्रकरण हाईकोर्ट में लंबित होने से किसानों को अधिग्रहण की भूमि का मुआवजा नहीं मिलने की जानकारी दी। किसान प्रमोद कुमार साहू ने बताया कि 42 डिसमिल भूमि का अधिग्रहण कर 28 लाख 8 हजार 960 रुपए का मुआवजा राशि का चेक बनने के बाद भी राजस्व विभाग द्वारा सीसीआई द्वारा अपत्ति किए जाने एवं मामला लंबित होने की बात कहकर चेक नहीं दिया जा रहा है।
किसान बाल मुकुंद गजपति ने बताया कि 95 लाख 13 हजार 680 रुपए का चेक बनाया गया है, लेकिन चेक नहीं दिया जा रहा है। किसान बालकृष्ण सिंह, सुमीत सिंह चंदेल, आलोक सिंह, चक्रधर सिंह चंदेल, अशोक सिंह चंदेल, बाल मुकुंद तिवारी, अश्वनी सिंह, कुलदीप पाटले, निरंजन सिंह, संतोष साहू, रमेश साहू, बद्रीप्रसाद साहू एवं अन्य किसानों ने भी चेक नहीं मिलने की समस्या से अवगत कराया। किसानों द्वारा मुआवजा नहीं मिलने पर सडक़ निर्माण कम्पनी अग्रवाल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उनकी भूमि पर सडक़ निर्माण का कार्य नहीं करने की मांग की गई। मौके पर उपस्थित पुलिस प्रशासन राजस्व विभाग एवं सडक़ निर्माण कम्पनी अग्रवाल इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मेनेजर द्वारा लिखित रूप से आश्वासन देने के बाद किसानों ने आंदोलन समाप्त किया।
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