जांजगीर-चांपा. ग्राम खोखरा स्थित सोसायटी के पास तथा पानी टंकी के पीछे रोजाना लगने वाले जुआ फड़ में दबिश देकर दर्जनों जुआरियों को रंगे हाथ दबोचने को लेकर बनाई गई कोतवाली पुलिस की योजना को किसी ‘विभीषण’ ने जगजाहिर कर दिया। संबंधित ने जुआरियों को मौके पर पुलिस टीम के पहुंचने की सूचना दे दी, जिससे दर्जनों जुआरी वहां से भागने में कामयाब हो गए। कोतवाली पुलिस ने फड़ से चार जुआरियों को पकड़ा है, जिसने करीब सात सौ रुपए और 52 पत्ती ताश बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि इस अवैध कारोबार में क्षेत्र के कई रसूखदार संलिप्त हैं, जिनकी सांठगांठ पुलिस महकमे से है। यही वजह है कि ऐनवक्त पर सूचना पाकर बड़े और शातिर जुआरी फड़ से भागने में कामयाब हो गए।
जिला मुख्यालय जांजगीर के समीपस्थ ग्राम खोखरा स्थित सोसायटी के पास तथा पानी टंकी के पीछे रोजाना जुआ फड़ लगने की खबर ‘दैनिक नवीन कदम’ ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने कोतवाली थाना के प्रशिक्षु डीएसपी आशीष बंछोर और निरीक्षक बीएस खुंटिया को जुआरियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे। एसएसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने गुरूवार की रात ग्राम खोखरा पहुंचकर जुआ फड़ में दबिश देने की योजना बनाई। मगर इस योजना को किसी ने ऐनवक्त पर जगजाहिर कर दिया। कोतवाली पुलिस की टीम गुरूवार की रात करीब 11 बजे जब ग्राम खोखरा स्थित सोसायटी के पास पहुंची, तब फड़ में दांव लगाने बैठे दर्जनों जुआरी बाइक लेकर वहां से भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने मौके से चार जुआरियों को पकड़ा और उनसे करीब सात सौ रुपए जब्त किया। बताया जा रहा है कि पुलिस के पहुंचने से पहले वहां लगे फड़ में करीब दो दर्जन से अधिक जुआरी दांव लगा रहे थे, लेकिन वे पुलिस टीम के आने की सूचना पाकर वहां से भाग निकले। बताया यह भी जा रहा है कि फड़ से पकड़े गए चारों जुआरियों को कोतवाली थाना लाने के बाद औपचारिकता निभाकर छोड़ दिया गया। दूसरी ओर, कोतवाली पुलिस ने इस कार्रवाई की जानकारी दूसरे दिन यानी शुक्रवार की दोपहर तक मीडिया को नहीं दी। ग्रामीणों के जरिए जब जुआ फड़ में कार्रवाई होने की जानकारी मिलने पर मीडियाकर्मियों ने प्रशिक्षु डीएसपी बंछोर से संपर्क किया गया, तब उन्होंने बताया कि ग्राम खोखरा के जुआ फड़ में गुरूवार की रात करीब 11 बजे कोतवाली पुलिस की टीम ने दबिश दी थी, तब मौके से चार जुआरी पकड़े गए थे। उन्होंने बताया कि फड़ से कोई बड़ी रकम जब्त नहीं हुई है। चार जुआरियों से करीब सात सौ रुपए ही जब्त हुआ है। बहरहाल, जुआ फड़ में दबिश देने को लेकर कोतवाली पुलिस द्वारा बनाई गई योजना की खबर ऐनवक्त पर जुआरियों तक आखिर कैसे पहुंंची, यह बड़ा सवाल है।
जुआरियों को छुड़ाने पहुंचे जुआरी
बताया जा रहा है कि कोतवाली पुलिस ने गुरूवार की रात ग्राम खोखरा के जुआ फड़ से जिन चार जुआरियों को पकड़ा था, उन्हें छुड़ाने के लिए शुक्रवार की सुबह कुछ जुआरी ही कोतवाली थाना पहुंचे थे। पकड़े गए जुआरियों को छुड़ाने के एवज में उनके सहयोगी जुआरियों ने प्रत्येक जुआरी के परिजन से करीब सात से आठ हजार रुपए लिया था। कोतवाली पुलिस पर आरोप है कि मोटी रकम लेकर पकड़े गए जुआरियों को शुक्रवार की सुबह कागजी औपचारिकता निभाने के बाद छोड़ा गया है। इससे कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
छापे के बाद बदल गया ठिकाना
कोतवाली पुलिस के छापे के बाद जुआरियों ने अपना ठिकाना बदल दिया है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को गांव के दूसरे ठिकाने पर जुआरियों की महफिल सजी थी, जहां जिले समेत आसपास के जिले के जुआरी दांव लगाने पहुंचे थे। नए ठिकाने पर दोपहर से लगा फड़ देर रात तक चलता रहा। वहां भी वे तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई, जो जरूरी हैं। वहां शराब से लेकर कबाब और जुआ खेलने के लिए ब्याज पर रकम उधार देने वाले साहूकार भी पूरे समय तक बैठे हुए थे। ऐसे में अब देखना यह है कि खोखरा गांव में चल रहे जुए के फड़ को पूर्णत: बंद करवाने कोतवाली पुलिस आखिर किस हद तक फूर्ति दिखाती है।
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