राजकुमार दरयानी@सक्ती. प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने के एवज में ग्राम पंचायत डिक्सी की महिला सरपंच और उसके पति द्वारा प्रत्येक हितग्राहियों से 10 से 15 हजार रुपए तक अवैध उगाही की गई है। जिन हितग्राहियों का आवास स्वीकृत हुआ है, उनसे भी घर-घर जाकर लगातार पैसों की मांग की जा रही है। सरपंच व उसके पति द्वारा की जा रही खुलेआम वसूलीबाजी से हितग्राही परेशान हैं।
मालखरौदा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत डिक्सी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माण के लिए राशि हितग्राहियों को प्राप्त हुई है, उसमें से कई हितग्राही अनपढ़ हैं, जिसके चलते सरपंच व उसके पति उन्हें सकर्रा स्थित ग्रामीण बैंक ले जाकर निकासी फार्म में हस्ताक्षर एवं अंगूठा लगवाकर स्वयं राशि की निकासी कर रहे हैं। हितग्राहियों को 10 से 15 हजार रुपए की प्रथम किश्त जारी की जा रही है। हितग्राहियों द्वारा इसकी शिकायत पूर्व में लोक सुराज अभियान के तहत नौरंगपुर में नोडल अधिकारी के समक्ष की गई थी, जिस पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। इसके चलते ग्रामीण परेशान थे और उनके द्वारा 23 मई की रात गांव में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में लिए गए निर्णय के तहत समस्त हितग्राही 24 मई को सक्ती स्थित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय पहुंचे और इसकी लिखित शिकायत एसडीएम से की। शिकायत में उनके द्वारा बताया गया कि सरपंच रीतू साहू एवं उनके पति द्वारा घुस के रूप में राशि नहीं दिए जाने पर दूसरी किश्त नहीं दिए जाने की बात कहकर परेशान किया जा रहा है। इससे वे खुद को प्रताडि़त महसूस करते हुए शासन की योजनाओं को कोसने में लगे हुए हैं।
योजना की राशि में हेराफेरी
एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सभी निर्धन परिवार को आवास मुहैय्या कराने के लिए यह योजना चलाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर सरपंच, सचिव और जनप्रतिनिधियों द्वारा इस योजना की राशि में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इससे प्रधानमंत्री का सपना अधूरा सा महसूस होने लगा है। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि उनके द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मालखरौदा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस वजह से उन्हें एसडीएम के समक्ष फिर से शिकायत करनी पड़ी है। हितग्राहियों ने एसडीएम को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा है।
इन हितग्राहियों से वसूली राशि
ग्राम डिक्सी की हितग्राही दयामति ने बताया कि सरपंच और उसके पति ने उससे चौदह हजार रुपए, अभेराम से पांच हजार रुपए, ललिता बाई से बारह हजार रुपए, मंगली बाई सागर से दस हजार रुपए, महेत्तर गोड़ से चौदह हजार रुपए वसूले हैं। इसकी गवाही उन सभी हितग्राहियों ने दी है, जिन्होंने सरपंच और उसके पति को घुस के रूप में रकम दी है। हितग्राहियों ने बताया कि जो हितग्राही स्वयं बैंक जाकर पैसा आहरण कर रहा है तो सरपंच पति द्वारा उसके घर में जाकर घुस के रूप में पैसे की मांग की जा रही है। घुस नहीं देने पर उसे धमकी देते हुए दूसरे किश्त से वंचित कर दिए जाने की बात कही जा रही है।
अफसरों को देना पड़ता है हिस्सा
हितग्राहियों ने बताया कि सरपंच और उसके पति कहते हैं कि जो हितग्राही घुस नहीं देगा, उसके मकान को घटिया बताकर शेष राशि से वंचित कर दिया जाएगा। सरपंच पति यह भी कहता है कि जो राशि उनसे वसूली जा रही है, उसका एक बड़ा हिस्सा जनपद पंचायत के अधिकारी-कर्मचारियों को देना पड़ता है। क्योंकि बिना हिस्सा दिए योजना की राशि नहीं मिलती है। हितग्राहियों की पूरी बात सुनने के बाद एसडीएम इंद्रजीत बर्मन ने तत्काल स्टेनो को बुलवाकर उनका कथन लिया। साथ ही हितग्राहियों को इस पूरे मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराने की बात कही। एसडीएम ने मामले में उचित कार्रवाई के लिए संबंधित थानेदार को निर्देशित भी किया।
मामले की जांच की जाएगी
ग्राम डिक्सी में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर सरपंच और उसके पति द्वारा हितग्राहियों से अवैध वसूली किए जाने की शिकायत मिली है। मामले की जांच की जाएगी। जांच में यदि शिकायत सही पाई जाती है तो सरपंच के खिलाफ धारा 40 के तहत कार्यवाही करते हुए थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी।
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