जांजगीर-चांपा. जिले के पामगढ़ क्षेत्र की एक युवती के गायब होने के मामले में संदेही ने नारको टेस्ट कराने से साफ इंकार कर दिया है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में इसे लेकर दाखिल बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में अब अगले सप्ताह संदेही के विरोधाभाषी बयान पर सुनवाई होगी।

हाईकोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने मामले में विवेचना शुरू की। पूछताछ में सही जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने संदेही का नारको टेस्ट कराने जिला एवं सत्र न्यायालय जांजगीर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर अनुमति मांगी। संदेही ने नारको टेस्ट कराने से इंकार किया। इस पर न्यायालय ने पुलिस के आवेदन को खारिज कर दिया। मामले में मंगलवार को हाईकोर्ट में पुनः सुनवाई हुई। पुलिस ने जवाब में कहा कि संदेही ने टेस्ट कराने से इंकार कर दिया है। इस पर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कोर्ट में कहा कि संदेही मामले में अलग-अलग बयान दे रहा है। उसके बयान में विरोधाभाष होने से यह लगता है, कि उसने ही युवती को गायब किया है। इस पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने अगले सप्ताह संदेही के विरोधाभाषी बयान पर सुनवाई करने का आदेश दिया है।
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