सक्ती. जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत डेरागढ़ में शासन-प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए नायब तहसीलदार और पटवारी की मौजूदगी में विगत दिनों महिला स्वसहायता समूह की शिकायत पर बेजाकब्जा हटाने अभियान चलाया गया। इस दौरान जेसीबी से खेत की मेढ़ पर लगे हरे भरे ईमारती वृक्षों को बेरहमीपूर्वक जड़ से उखाडक़र फेंक दिया गया। इनमें खम्हार, सगोन, कहवा, शीशम आदि प्रजाति के पौधे शामिल थे।

एक ओर जहां केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा प्रति वर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर देश और प्रदेश में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण कराया जाता है। वहीं शासन के ही नुमाइंदों द्वारा अपनी देखरेख में बेशकीमती एवं प्रतिबंधित वृक्षों को जड़ से उखाडक़र लापरवाही, उदासीनता एवं हठधर्मिता को प्रदर्शित किया है। विगत दिनों ग्राम डेरागढ़ में बेजाकब्जा हटाओ अभियान के तहत नायब तहसीलदार सिदार, हल्का पटवारी गीता कंवर एवं पुलिस बल की उपस्थिति में महिला स्वसहायता समूह द्वारा की गई शिकायत पर तत्परता दिखाते हुए गरीब लोगों की बाउण्ड्रीवाल सहित खेत की मेढ़ पर लगे जीवित पौधों को जड़ सहित उखाडक़र उनकी बलि चढ़ा दी गई। उल्लेखनीय है कि केन्द्र एवं राज्य की सरकार द्वारा स्वच्छ भारत, स्वस्थ्य भारत मिशन के अंतर्गत गांव एवं शहरों में लोगों के लिए घर-घर शौचालयों का निर्माण कराकर उन्हें खुले में शौच करने से रोकने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, लेकिन बीते 19 एवं 20 जून को की गई कार्यवाही में गांव के ही एक व्यक्ति के घर में बने शौचालय को भी शासकीय नुमाईदों द्वारा अवैध कब्जे में निर्माण बताकर ढ़हा दिया गया है।
ग्रामवासियों के अनुसार, जिस स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा यह कार्यवाही कराई गई है, उन्ही महिलाओं के परिवार एवं लोगों द्वारा गांव की शासकीय भूमि पर कब्जा कर मकान बनाकर एवं खेती का कार्य किया जा रहा है, लेकिन इस समूह की महिलाओं द्वारा किए गए कब्जे पर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही न करते हुए उनके द्वारा ही बताए गए अवैध कब्जे पर जेसीबी चलाकर गरीबों को प्रताडि़त किया गया है। इस संबंध में ग्राम पंचायत डेरागढ़ के सरपंच द्वारा बताया गया कि गांव में बेजाकब्जा हटाने के लिए पंचायत द्वारा किसी भी प्रकार का कोई प्रस्ताव नहीं किया गया है। इसके बाद भी प्रशासन की यह कार्यवाही गांव में विद्ववेष की स्थिति के साथ-साथ गांव का माहौल खराब कर सकती है। इस संबंध एसडीएम इंद्रजीत बर्मन द्वारा बताया गया कि इस प्रकरण के संबंध में उन्हें किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं है। आपके द्वारा बताने के बाद मुझे जानकारी हुई है। पूरे प्रकरण की जांच कराकर उचित कार्यवाही की जाएगी। वहीं इस संबंध में तहसीलदार रजनी छडीमणी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि समय पर जेसीबी वाहन एवं पुलिस बल उपलब्ध न होने के कारण 8 जून को जारी इस आदेश पर 19 एवं 20 जून को नायब तहसीलदार एवं पटवारी द्वारा उनके आदेश पर यह कार्यवाही की गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें