बुधवार, 28 जून 2017

एसएसपी की कुशलता से नकली नोट गिरोह का पर्दाफाश, 21 लाख के नकली नोट जब्त, कम्प्यूटर सेट, कलर प्रिंटर, प्लेन पेपर सहित अन्य सामान भी बरामद

जांजगीर-चांपा. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के मार्गनिर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा के कुशल नेतृत्व में पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने कई दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद नकली नोट के काले कारोबार को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस गिरफ्त में आए सात आरोपियों से 21 लाख रुपए से अधिक का नकली नोट, कम्प्यूटर सेट, कलर प्रिंटर, प्लेन पेपर सहित अन्य सामान बरामद हुआ है। इस कारोबार को अंजाम देने वाला मुख्य सरगना तथा एक अन्य आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है, जिनकी तलाश सरगर्मी से की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि जिले के कुछ इलाकों में नकली नोटों की बड़ी खेप को लाकर उन्हें जिले तथा आसपास के जिलों में चलाए जाने की योजना के संबंध में मुखबिर से सूचना मिली थी। इस संबंध में समस्त थाना प्रभारी, क्राइम ब्रांच की टीम तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा को निर्देशित किया गया था। इस काले कारोबार का भंडाफोड करने के लिए पांच-छह टीमें लगाई गई थी, जो इस संबंध में लगातार सुरागरशी कर रही थीं। इस पूरे आपरेशन को वे स्वयं मॉनिटर कर रहे थे तथा संभावित इलाकों में सादी वर्दी में पुलिस का जाल बिछाया गया था। इसी कड़ी में सूचना मिली कि ग्राम छपोरा स्थित पेट्रोल पंप में कुछ लोगों द्वारा नकली नोट को खपाने का प्रयास किया जा रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सभी टीमों को संभावित इलाकों में निरंतर पतासाजी के लिए निर्देशित किया गया। बीते 14 जून को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम सेमरिया में कुछ लडक़े नकली नोट खपाने घूम रहे हैं, तब टीमों को अलर्ट किया गया। टीमों ने ग्राम सेमरिया के स्कूल के पीछे कुशलतापूर्वक घेराबंदी कर दो लोगों को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने अपना परिचयन ग्राम हसौद निवासी लकेश्वर यादव उर्फ दोंद (24) पिता लखन यादव तथा ग्राम तुमीडीह निवासी पुरूषोत्तम दास महंत (26) पिता हरिहर दास महंत के रूप में दिया। उनके कब्जे से सौ एवं पांच सौ रुपए के कुल 15000 मूल्य के नकली नोट बरामद किए गए। उनसे नोटों के स्त्रोत एवं गिरोह के संबंध में कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर पता चला कि जिले के जैजैपुर, हसौद, मालखरौदा, डभरा आदि क्षेत्रों में एक बड़ा गिरोह जाली नोटों के निर्माण से लेकर उन्हें चलाने के अपराध को अंजाम देने के लिए निरंतर रेकी कर रहा है। इस पर आपरेशन में लगी सभी टीमों को पुन: निर्देशित कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम करौवाडीह सलनी के छोटेलाल यादव के हॉटल में एक व्यक्ति शिवप्रसाद मनहर के द्वारा नकली नोट का भुगतान किया गया है। इस पर जैजैपुर थाना प्रभारी राजकुमार लहरे को तत्काल शिवप्रसाद मनहर से पूछताछ करने के संबंध में निर्देश दिया गया। वहीं हॉटल संचालक छोटेलाल यादव की सूचना पर अपराध क्रमांक 95/17, धारा 489 (क) (ख) (ग) (घ) कायम किया गया। साथ ही थाना प्रभारी लहरे द्वारा घेराबंदी कर शिवप्रसाद को पकड़ा गया और उससे पूछताछ शुरू की गई। पहले तो वह गोलमोल जवाब देता रहा, लेकिन मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर वह टूट गया तथा उसने उस नकली नोट को अपने दोस्त भागवत चंद्रा एवं राजेन्द्र कुर्रे से प्राप्त करने की बात कही, जिस पर क्राइम ब्रांच की टीम तत्काल जैजैपुर क्षेत्र के लिए रवाना हुई। टीम द्वारा घेराबंदी कर ग्राम भुतहा निवासी भागवत चंद्रा एवं ग्राम पिहरिद निवासी राजेन्द्र कुर्रे को पकड़ा गया। दोनों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि जैजैपुर निवासी उनका साथी नीर अफजल कमीशन लेकर नकली नोट उपलब्ध कराता है। आरोपियों की निशानदेही पर रात में नीर अफजल को पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने अपने साथियों को नकली नोट उपलब्ध कराने की बात कही। पूछताछ के दौरान नीर अफजल द्वारा चौंकाने वाला यह खुलासा किया गया कि ग्राम ओडक़ेरा में अन्नू चौहान, कुशल श्रीवास, गौतम धीवर और यादराम साहू द्वारा कलर प्रिंटर, स्कैनर, इंक व जेके बाण्ड पेपर की मदद से भारी मात्रा में नकली नोट छापने का काम किया जा रहा है। उनके द्वारा चिन्हांकित स्थान पर छापा मारने के लिए रात में ही क्राइम ब्रांच और जैजैपुर पुलिस की टीम गई, जहां से अन्नू चौहान और गौतम धीवर को नकली नोट छापने की सामग्री के साथ पकड़ा गया, लेकिन उनके दो साथी फरार हो गए। पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वे पिछले कुछ दिनों से यह काम कर रहे हैं। वे जांजगीर सहित रायगढ़ व बिलासपुर जिलों में भी नकली नोट खपाने के लिए गरीब तबके के लडक़े व अपराधी किस्म के लोगों से संपर्क कर रैकी कर रहे थे।

काम से निकाले जाने पर पकड़ी गलत राह

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अन्नू चौहान, गौतम धीवर, कुशल श्रीवास तीनों ही दोस्त कियोस्क बैंक में कम्प्यूटर आपरेटर का काम करते थे। किन्हीं कारणवश उन्हें काम से निकाल दिया गया। इसी दौरान गौतम, अन्नू, कुशल, नीर अफजल तथा यादराम ने मिलकर कम समय में अधिक पैसा कमाने के लालच में आकर योजना बनाई कि कलर प्रिंटर तथा स्कैनर के सहारे नोट छापने का धंधा किया जाए। गौतम ने बताया कि माह भर पहले उसने ग्राम मौहाडीह के भागवत वैष्णव को खपाने के लिए 15 लाख रुपए के नकली नोट दिए थे एवं रायगढ़ तथा बिलासपुर क्षेत्रों में भी नकली नोटों को खपाने का कार्य सौंपा था। इस महत्वपूर्ण सूचना पर विशेष टीम द्वारा रात में ही ग्राम मौहाडीह पहुंचकर घेराबंदी कर भागवत प्रसाद को पकड़ा गया, जिसके कब्जे से 12 लाख 30 हजार 500 मूल्य के नकली नोट बरामद हुए।

सात आरोपियों से 21 लाख के नोट जब्त

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया कि विशेष अभियान के तहत पकड़े गए आरोपी ग्राम करौवाडीह निवासी शिवप्रसाद पिता परसराम मनहर से 12 हजार रुपए मूल्य के नकली नोट, ग्राम पिहरीद निवासी राजेन्द्र कुर्रे पिता दूजराम कुर्रे से 38 हजार रुपए मूल्य के नकली नोट, ग्राम भूतहा निवासी भागवत चंद्रा पिता रमेश चंद्रा से 18 हजार रुपए मूल्य के नकली नोट, संजय नगर जैजैपुर निवासी नीर अफजल खान पिता शफीलखान के कब्जे से एक लाख रुपए मूल्य के नकली नोट, ग्रा ओड़ेकेरा निवासी गौतम धीवर पिता राधेलाल धीवर से 2 लाख 44 हजार रुपए मूल्य के नकली नोट, एक लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर, कटर, पेन तथा पेपर बंडल, ग्राम ओड़ेकेरा निवासी अन्नू चौहान पिता गोदोल चौहान के कब्जे से 3 लाख 56 हजार 500 मूल्य के नकली नोट, प्रिंटर दो नग, कलर पेन, पेपर का बण्डल, कटर, शीशा तथा ग्राम मौहाडीह निवासी भागवत वैष्णव पिता कन्हैया वैष्णव से 12 लाख 30 हजार 500 रुपए मूल्य के नकली नोट जब्त किए गए हैं।

नोटबंदी के बाद अब तक की बड़ी कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया कि नए नोटों के प्रचलन के बाद राज्य भर में नकली नोट खपाने एवं उनके आरोपियों के विरूद्ध यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। उन्होंने आगे बताया कि अभी तक सभी आरोपियों से 100, 500 एवं 2000 रुपए के कुल 21 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए हैं। प्रकरण में संलिप्त दो आरोपी कुशल श्रीवास तथा यादराम साहू फरार हैं, जिनकी खोजबीन के लिए विशेष टीम जुटी हुई है। मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 489 (क) (ख) (ग) (घ) के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।

विशेष टीम को मिलेगा नगद पुरस्कार

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया कि आरोपियों की त्वरित धरपकड़ के लिए विशेष टीम को पांच हजार रुपए के नगर पुरस्कार तथा पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज द्वारा जांजगीर-चांपा पुलिस की इस सराहनीय सफलता पर 25 हजार रुपए के पुरस्कार की घोषणा की गई है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें