सोमवार, 26 जून 2017

MP का गोद ग्राम पहली बारिश में हुआ बदहाल, पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से गोधना के लोग परेशान

जांजगीर-चांपा. गर्मी और उमस से परेशान लोगों के लिए बारिश जहां राहतभरी साबित हुई है, वहीं बीती रात हुई झमाझम बारिश ने सांसद आदर्श ग्राम गोधना को बदहाल कर दिया है। इस ग्राम में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण बारिश का पानी सडक़ों पर जमा हो गया है। इस वजह से ग्रामीणों को आवागमन में असुविधा हो रही है।

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गांवों में विकास की गंगा बहाने की मंशा रखते हैं। संभवत: इसी वजह से उन्होंने सांसद आदर्श ग्राम की परिकल्पना की है। इस योजना के तहत् प्रदेश के सभी सांसदों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के दो-दो ग्राम पंचायतों को गोद लिया है, जहां वे सभी सुविधाएं बढ़ाई जानी है, जो खासकर शहरों में उपलब्ध होती है। इसी योजना के अंतर्गत क्षेत्रीय सांसद कमला पाटले ने ग्राम पंचायत जावलपुर और ग्राम पंचायत गोधना को गोद लिया है। शुरूआती दौर में गोद लिए गए ग्राम पंचायत जावलपुर में जहां अब तक विकास की कोई गंगा नहीं बही है, वहीं कुछ माह पहले सांसद द्वारा गोद लिए गए ग्राम पंचायत गोधना का भी हाल-बेहाल है। नवागढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत गोधना में विकास के नाम पर अब तक एक ईंट तक नहीं रखी गई है। लोगों की मानें तो उनके पंचायत को केवल सांसद आदर्श ग्राम का तमगा ही मिला है। यही वजह है कि इस गांव के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए वंचित हैं। 

गांव में अब तक हुए विकास की बात की जाए तो विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है। रही-सही कसर दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने पूरी कर दी है। लगातार हो रही बारिश से इस गांव की सभी सडक़े जलमग्र हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पानी निकासी के लिए नाली निर्माण नहीं हुआ है, जिसकी वजह से बरसाती पानी सडक़ पर ही जमा हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि भाठापारा राममंदिर से हाईस्कूल क जाने वाली सडक़ का हाल ऐसा है कि उसमें घुटने भर का पानी भरा हुआ है, जिससे उस सडक़ से आवागमन में परेशानी हो रही है। इसी तरह की स्थिति गांव के अन्य सडक़ों की भी है। ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद आदर्श ग्राम घोषित होने के बाद भी उनका गांव अब तक विकास से वंचित है।

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