सोमवार, 26 जून 2017

PM Modi का नारा भूला ठेकेदार, किया खुद का विकास, बदहाल हुई नई सडक़, चांपा-शिवरीनारायण टू लेन सडक़ का घटिया निर्माण, पहली बारिश से खुली पोल

बम्हनीडीह. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘सबका साथ-सबका विकास’ नारा दिया है, जो इन दिनों भाजपा के सभी नेताओं की जुबान पर रटा-रटाया है, लेकिन असल में विकास किसका हो रहा है, यह हकीकत जानना है तो आप बिर्रा-बम्हनीडीह क्षेत्र चले जाइए, जहां की नई सडक़ खुद-ब-खुद बयां कर रही है कि इस सडक़ को बनवाने वाले ठेकेदार और भाजपा के नेताओं ने मोदी के नारे को भुलाकर सिर्फ अपना विकास किया है। सडक़ निर्माण की आड़ में ठेकेदार ने जहां अपनी जेबें भर ली है, वहीं कथित भाजपा नेताओं ने उस ठेकेदार से कमीशन लेकर अपनी जुबान पर ताला लगा लिया है, जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है।

उल्लेखनीय है कि चाम्पा के घठोली से बिर्रा होते हुए शिवरीनारायण तक करोड़ों की लागत से आरकेटीसी कम्पनी द्वारा टू लेन सडक़ का निर्माण कराया जा रहा है। इस सडक़ निर्माण की गुणवत्ता को लेकर शुरू से ही क्षेत्रवासियों को शिकायत रही है। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा सारे नियम-कायदों को ताक पर रखकर अपनी मर्जी से सडक़ निर्माण करवाया जा रहा है। लोगों का यह भी आरोप है कि सडक़ में मुरूम की जगह चिकनी मिट्टी डाल दी गई है। वहीं पुल-पुलियों का निर्माण भी मनमाने तरीके से कराया गया है, जिसके कारण सडक़ बनने के साथ ही उखडऩे लगी है। गौर करने वाली बात है कि इस सडक़ को लेकर शुरू से ही हो रही शिकायतों के बाद भी शासन-प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाया, जिसके कारण ठेकेदार का हौसला बुलंद हो गया और उसने अपने हिसाब से सडक़ निर्माण कराना जारी रखा। ठेकेदार की इस मनमानी का खामियाजा अब इस सडक़ से गुजरने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बम्हनीडीह के विद्युत कार्यालय के समीप स्थित फोकटपारा के आसपास की सडक़ जगह-जगह से धंसने लगी है। कई जगह तो नीचे की मिट्टी ही ऊपर आ गई है। कुल मिलाकर कहा जाए तो पहली बारिश ने इस सडक़ में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आगामी बरसात के दिनों में इस सडक़ की दशा कैसी होगी।
 

आवागमन में हो रही परेशानी

सडक़ उखडऩे से राहगीरों को आवागमन मे खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि सडक़ निर्माण ठेकेदार द्वारा आनन-फानन में धंसी हुई जगह को उखाडक़र उसमें गिट्टी-मिट्टी डालकर कराया गया है। उखड़े हुए जगह के मटेरियल को देखते ही लोगों के होश उड़ गए हैं, क्योकि उस जगह नाममात्र का ही डामर डाला गया है।
 

निर्माण के नाम पर खानापूर्ति

बम्हनीडीह के फोकटपारा के समीप निर्मित सडक़ के बारे में जब आसपास रहने वाले लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह सब जल्दबाजी में बनने के कारण हुआ है। उन्होंने बताया कि कई जगह पुरानी सडक़ को उखाड़ा भी नहीं गया है। ठेकेदार ने उसके ऊपर ही नया सडक़ का निर्माण करवा दिया है। यहा तक कि सडक़ में मिट्टी तो डाली गई है, लेकिन उसमें उचित मात्रा में पानी डाल कर दबाया नहीं गया है, जिसके कारण पहली बारिश में ही सडक़ धंसले लगी है
 

भ्रष्टाचार का जिम्मेदार कौन

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? वो ठेकेदार, जिसने ठेका लेकर घटिया सडक़ निर्माण करवाया या वो अधिकारी व नेता, जिन्होंने ठेकेदार से अपना कमीशन लेकर मुंह में ताला लगा लिया। लोगों का कहना है कि इस भ्रष्टाचार में चाहे ठेकेदार हो या फिर नेता और अधिकारी, सभी की मिलीभगत है। जिम्मेदारों ने सडक़ निर्माण की आड़ में अपनी जेबें ही भरी है।

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