शुक्रवार, 23 जून 2017

खोखरा के समिति प्रबंधक पर हिटलरशाही का आरोप, उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं से की गई शिकायत, कार्यवाही नहीं होने पर कोर्ट जाने की चेतावनी

जांजगीर-चांपा. धान खरीदी केन्द्र खोखरा के समिति प्रबंधक पर मनमानी और एकतरफा निर्णय लेने का आरोप लगा है। पीडि़त पक्ष ने मामले की शिकायत उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं से की है। शिकायतकर्ता ने साफ तौर पर कहा है कि यदि नियम के तहत समिति प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है तो इन परिस्थितियों में वे सक्षम न्यायालय में वाद दायर करने बाध्य होंगे।

ग्राम पुटपुरा निवासी युगल किशोर तिवारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके शामिल खाते में मयंक तिवारी, मिथला देवी, जागृत तिवारी, प्रताप तिवारी, प्रेमचंद तिवारी लंबे समय से धान विक्रय करते आ रहे हैं और ये सभी समिति के नियमित सदस्य हैं। एक हिस्सेदार प्रताप तिवारी द्वारा झूठी और मनगढंत शिकायत कर समिति प्रबंधक ब्रजेश तिवारी से सांठगांठ करते हुए धान बिक्री और खाद बीज योजना से शामिल खाते के शेष हिस्सेदारों को वंचित करवा दिया गया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि शामिल खाते के सभी हिस्सेदारों का पक्ष सुने बगैर समिति प्रबंधक ने अवैधानिक तरीके से यह कदम उठाया है। इसी तरह आगामी वर्ष 2018 के धान खरीदी बीज लेने सहित अन्य योजनाओं ने उन्हें वंचित रखा गया है। इसके अलावा बड़े भाई संतोष तिवारी के नाम से एक पृथक खाता है, उस पर भी शासकीय सेवा जैसे खाद, बीज और धान बिक्री नहीं हो पाने की सूचना प्रसारित की गई है और व्यक्तिगत तौर पर खाताधारकों को सूचित किया गया है, जिससे हम व्यथित हैं और आने वाले दिनों में शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं ले सकेंगे, जिसकी जांच होनी चाहिए। 

शिकायतकर्ता ने समिति प्रबंधक ब्रजेश तिवारी पर हिटलरशाही और तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि समिति प्रबंधक को किसी भी खातेधारक के खरीदी-बिक्री और खाद बीज लेने से वंचित रखने का अधिकार नहीं है। समिति प्रबंधक ब्रजेश तिवारी द्वारा बीते वर्ष दीगर ब्लॉक के हजारों क्विंटल धान को यहां बिचौलियों के माध्यम से खपाया गया है, जिसकी भी जांच होनी चाहिए।

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