पामगढ़. प्रदेश में किसानों द्वारा आत्महत्या करने की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की पूर्व प्रत्याशी शेषराज हरवंश ने किसानों की आत्महत्या के लिए केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि कर्ज के बोझ तले दबे किसानों द्वारा आत्महत्या करना भाजपा की गलत कृषि नीति का दुष्परिणाम है।
‘दैनिक नवीन कदम’ से चर्चा में उन्होंने कहा कि भाजपा की रमन सरकार भ्रष्टाचार और शराब बेचने में इतना डूब चुकी है कि उन्हें किसान परिवारों का दर्द दिखाई नहीं दे रहा है। देशभर में किसान आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के पास किसानों की परेशानियों को सुनने का समय नहीं है। जिस तरह का रवैया किसानों के प्रति भाजपा के मंत्रियों एवं नेताओं का है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा को किसानों से कोई सरोकार नहीं है। भाजपा की रमन सरकार ने धान पर प्रति क्विंटल 300 रुपए बोनस देने की घोषणा की थी। चुनाव जीतने के बाद वादा नहीं निभा रही है। इसी तरह समर्थन मूल्य 2100 रुपए करने का वादा भी भाजपा सरकार ने नहीं निभाया। किसानों की हालत में सुधार के लिए कर्जमाफी एक विकल्प हो सकता है, इससे भी ज्यादा राहत नहीं मिलने वाला है। किसान जब तक समृद्ध नहीं होगा, तब तक ऐसी स्थिति निर्मित होती रहेगी। इसलिए सबसे पहले किसान को समृद्ध बनाने के लिए उनकी उपज का सही दाम दिलाने सरकार को स्पष्ट नीति बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि को उद्योग का दर्जा देकर किसानों को हरसंभव मदद करने की जरूरत है।
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