सोमवार, 3 जुलाई 2017

डीजे ने दिया मानवता का परिचय, अपने शासकीय वाहन से आरोपी को भिजवाया अस्पताल, पेशी के दौरान जिला न्यायालय परिसर में तड़प रहा था उच्च रक्तचाप से

जांजगीर-चांपा. जिला न्यायालय में पेशी के लिए पहुंचा एक आरोपी उच्च रक्तचाप से तड़प रहा था, जिसकी जानकारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव को हुई, तब उन्होंने मानवता का परिचय देते हुए अपने शासकीय वाहन से आरोपी को तत्काल अस्पताल भिजवाया। डीजे के इस कार्य की सराहना हो रही है।

जानकारी के अनुसार, जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव के न्यायालय में सत्र प्रकरण क्रमंाक 21/2017 में भारतीय दंड संहिता की धारा 306, 498 (ए) सहपठित धारा 34 अर्थात् दहेज प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या करने के आरोप में आरोपी जगदीश, राजकुमारी व रामनाथ का विचारण किया जा रहा था। आरोपियों का प्रकरण सोमवार को उनके कथन के लिए नियत था। जब आरोपियों का कथन सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव द्वारा अभिलिखित किया जा रहा था, उसी समय आरोपी रामनाथ का स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया और वह न्यायालय में ही फर्श पर गिर पड़ा। आरोपी रामनाथ की पत्नी राजकुमारी और उसके पुत्र जगदीश ने बताया कि आरोपी रामनाथ को उच्च रक्तचाप की बीमारी है। इस दौरान आरोपी रामनाथ न्यायालय में दर्द से तड़प रहा था, तब सत्र न्यायाधीश श्रीवास्तव ने तत्काल जिला न्यायालय के लाकअप प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक शत्रुघन राठौर को भृत्य भेजकर बुलाना चाहा, लेकिन उस समय लाकअप प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक राठौर लाकअप छोडक़र कहीं चले गए थे, तब लाकअप के ही सुरक्षा सिपाही आरक्षक ए किरण और इतवारी साहू उपस्थित हुए। सत्र न्यायाधीश श्रीवास्तव ने उन्हें निर्देश दिया कि वे आरोपी रामनाथ सूर्यवंशी को तत्काल अस्पताल भिजवाएं। इस पर आरक्षक ए किरण ने सत्र न्यायाधीश को सूचित किया कि जेल से जेल का वाहन बुलाने में समय लग जाएगा। इसके बाद सत्र न्यायाधीश श्रीवास्तव ने सहृदयता का परिचय देते हुए तत्काल अपने शासकीय वाहन के चालक को बुलाया और उसे निर्देशित किया कि वे तत्काल आरक्षक ए किरन एवं आरक्षक इतवारी साहू के साथ जाकर आरोपी रामनाथ सूर्यवंशी को जिला अस्पताल में भर्ती कराएं। सत्र न्यायाधीश के निर्देश पर शासकीय वाहन से आरोपी रामनाथ को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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