रविवार, 2 जुलाई 2017

बीमा की रकम दिलाने साढ़े तीन लाख की ठगी, ठगी के शिकार हुए पॉलिसीधारक ने की शिकायत, टाटा एआईजी बिलासपुर ब्रांच से ली गई थी दो पॉलिसी

डभरा. एक व्यक्ति से लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत डभरा थाने में की गई है, जिसमें कहा गया है कि टाटा एआईजी कंपनी से जुड़े लोगों द्वारा उसके साथ ठगी की गई है। डभरा निवासी बुधराम बंजारे (63) पिता रामाधार बंजारे ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके द्वारा टाटा एआईजी बिलासपुर ब्रांच से वर्ष 2008 में दो पालिसी ली गई थी, जिसका वार्षिक किश्त क्रमश: तीस हजार एवं बीस हजार रुपए था।

दोनों पालिसी की किश्त बतौर दो लाख 70 हजार रुपए छह साल तक उनके द्वारा अदा की गई। एक पालिसी को उन्होंने मैच्युरिटी से पहले सरेण्डर कर दिया, जिससे उन्हें एक लाख 20 हजार रुपए मिला। इसके बाद उन्होंने दूसरी पॉलिसी को मैच्युरिटी से पहले सरेण्डर किया, तब उन्हें एक लाख 70 हजार रुपए प्राप्त हुआ। माह अगस्त 2015 में उनके मोबाइल पर प्रभाकर जैन नामक व्यक्ति ने फोन कर जानकारी दी कि आपका टाटा एआईजी कंपनी में बीमा का पैसा रुका हुआ है, उसे क्लीयर करना है। इस कार्य के लिए आपको 15 हजार रुपए का चेक भेजना पड़ेगा, तब उक्त राशि का चेक बताए गए पते पर भेज दिया गया। इसके बाद प्रभाकर जैन द्वारा फिर दस हजार रुपए भेजने कहा गया, जिसे उसके बैंक खाते में जमा करवा दिया गया। इसी तरह फिर पांच हजार रुपए जमा करवाया गया। इसके बाद उनका फोन आना बंद हो गया। कुछ दिन बाद फिर से एक महिला ने उसी तरह की जानकारी देकर रुपए जमा करवाए, तब ठगी का अहसास हुआ। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके द्वारा कुल तीन लाख 44 हजार 723 रुपए उनके बताए अनुसार खातों में जमा करवाया गया है। शिकायतकर्ता ने जमा की गई रकम की पावती के साथ आवेदन देकर मामले की जांच कराने तथा ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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