शनिवार, 19 अगस्त 2017

सावधान! व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट को काटकर खा जाती है ये मछली, जिला मुख्यालय के मछुआरों को मिली इंसानी दांत वाली दुर्लभ किस्म की मछली

राजेन्द्र राठौर @ जांजगीर-चांपा. दुनियाभर में कई खतरनाक और अलग-अलग प्रजाति की मछलियां पाई जाती हैं। कई मछलियां इंसानों के लिए इतनी खतरनाक होती हैं कि व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट तक को खा जाती है। ऐसी ही पाकु नाम की मछली है, जिसे द नटक्रैकर (सरौता) के नाम से भी जाना जाता है। इस मछली के दांत इंसानों जैसे होते हैं। जानकारों का कहना है कि ये मछली व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट को काटकर खा जाती है। इसी तरह की इंसानी दांत वाली दुर्लभ किस्म की मछली शुक्रवार को जिला मुख्यालय जांजगीर के मछुआरों को मिली, जिसे देखने के लिए मछली मार्केट में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। 

दरअसल, शहर के कुछ मछुआरे शुक्रवार को एक तालाब में मछली पकडऩे गए हुए थे, जहां उनके बिछाए जाल में इंसानी दांत वाली दुर्लभ किस्म की एक मछली फंसी। मछुआरों ने मछली को जब जाल से बाहर निकलकर देखा तो वे दंग रह गए। जाल में फंसी दुर्लभ किस्म की मछली अन्य मछलियों से जहां आकार में बड़ी थी। वहीं इंसानों की तरह उसके दांत भी थे। मछुआरे उस मछली को लेकर शाम को मछली मार्केट पहुंचे और एक-दूसरे से इस दुर्लभ प्रजाति की मछली के संबंध में चर्चा की। शहर के मछुआरों के जाल में दुर्लभ प्रजाति की मछली फंसने की खबर पाकर नगरपालिका जांजगीर-नैला के नेता प्रतिपक्ष रामबिलास राठौर मछली मार्केट पहुंचे और उन्होंने मछुआरों से जानकारी ली। नेता प्रतिपक्ष राठौर ने उस मछली के मुंह को खोलकर जब देखा तो इंसानों की तरह उसके दांत थे। यह खबर कुछ मिनट में पूरे शहर में फैल गई और बड़ी संख्या में लोग उस मछली को देखने के लिए मछली मार्केट पहुंच गए। दुर्लभ प्रजाति की इंसानों की तरह दांतों वाली मछली लोगों के बीच कौतूहल का विषय बनी हुई थी। मछली की प्रजाति को लेकर लोगों ने तरह-तरह की बात की, लेकिन वास्तव में वह किस प्रजाति की मछली है, यह कोई नहीं बता सका। 

‘दैनिक नवीन कदम’ ने उस मछली के संबंध में जब जानकारों से बात की तो पता चला कि यह मछली व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट को काटकर खा जाती है। सबसे डरावने इसके दांत होते हैं, जिनका आकार इंसानी जबड़े की तरह होता है। जानकारों ने बताया कि ऐसी ही पाकु नाम की मछली है, जिसे द नटक्रैकर (सरौता) के नाम से भी जाना जाता है। इस मछली के दांत इंसानों जैसे होते हैं। यहां बताना लाजमी होगा कि कुछ अर्सा पहले ऐसी ही दुर्लभ मछली डेनमार्क में मिली थी। नेशनल जियोग्राफिक के मुताबिक, डेनमार्क में जब एक पाकु मछली ने एक तैराक के प्राइवेट पार्ट को काटकर खा लिया था, तब से ये मछली जिन क्षेत्रों में पाई जाती है, वहां तैराकों को जाने की मनाही है।
 


कुछ साल पहले आई चर्चा में

जानकारों की मानें तो अमरीकी प्रांत न्यू जर्सी के डेलरान सिटी में कुछ साल पहले रोन रोस्सी नामक व्यक्ति जब अपने बेटे फ्रैंक के साथ एक झील में मछलियां पकड़ रहे थे, तभी उनकी पकड़ में पाकु मछली आई थी, जिसकी फोटोज सोशल साइट्स पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हुई थी। जानकारों का यह भी कहना है कि रोन रोस्सी पहले वह उस मछली को पकडक़र अपने घर ले गए थे। उन्हें लगा था कि ये शार्क या पिरान्हा की प्रजाति से जुड़ी कोई मछली होगी, फिर इंटरनेट से उसके बारे में जानकारी हासिल करने के बाद इस दुर्लभ किस्म की मछली के बारे में ये बात सामने आई।
 


खतरनाक होती है पाकु मछली

जानकारों की मानें तो पाकु मछली दुनिया की अत्यंत दुर्लभ मछलियों में से एक है और बहुत ही खतरनाक होती है। ये ब्राजील के अलावा पेरिस, स्कैंडिनेविया और ओशिनिया में पाई जाती है। हालांकि, इन जगहों के अलावा भी कई नदियों में इसके मिलने की खबरें आती रही हैं। नेशनल जियोग्राफिक के मुताबिक, डेनमार्क में पाकु मछली ने एक तैराक के प्राइवेट पार्ट को काटकर खा लिया था। इसके बाद से पाकु मछली जिन क्षेत्रों में पाई जाती है, वहां तैराकों को जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

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