जांजगीर-चांपा. स्कूलों में पढऩे वाली बच्चियों की सुरक्षा को लेकर एक तरफ जहां पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। देश के कई राज्यों में हाल ही में सामने आई कुछ बड़ी घटनाओं के चलते रोजाना आंदोलन और प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके बावजूद कई शिक्षक अपनी गलत हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। वे शिक्षा के मंदिर को शर्मशार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला मामला अकलतरा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम तिलई में संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में सामने आया है। यहां पदस्थ अंग्रेजी विषय के एक शिक्षक की हिम्मत तो देखिए, वो शराब के नशे में मदहोश होकर न केवल रोजाना स्कूल पहुंचते हैं, बल्कि कक्षा आठवीं का दरवाजा बंदकर कक्षा में बैठी बच्चियों को अश्लील शायरी भी सुनाते हैं। बीते शनिवार को उस शराबी शिक्षक ने स्कूल परिसर में ही एक शिक्षिका के साथ बदसुलूकी की, तब यह बड़ा मामला उजागर हुआ।
बयान दर्ज़ करते सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी |
अकलतरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत तिलई में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला संचालित है। यहां गांव सहित आसपास के सैकड़ों बच्चे अपना भविष्य गढऩे पहुंचते हैं। शासन ने इस स्कूल में अंग्रेजी विषय के सहायक शिक्षक के पद पर यशवंत उपाध्याय की पदस्थापना की है। शिक्षक उपाध्याय बड़े ही रंगीन मिजाज के हैं। इस स्कूल में जब से उनकी पदस्थापना हुई है, तब से वे नियमित रूप से शराब के नशे में मदहोश होकर स्कूल पहुंचते रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, कक्षा आठवीं में विषयगत शिक्षा देने के बजाय वे बच्चियों के साथ अश्लील हरकतें भी करते रहे हैं। वे बच्चियों को एक समूह में बैठाकर रोजाना अश्लील शायरी सुनाते रहे हैं, जिसकी शिकायत बच्चियों ने कई मर्तबा स्कूल के प्रधानपाठक से की थी, लेकिन प्रधानपाठक ने शिकायत को कभी गंभीरता से नहीं लिया। इस वजह से शराबी शिक्षक उपाध्याय के हौसले बुलंद होते गए और उन्होंने अपनी गलत हरकतों को जारी रखा। तीन दिन पहले यानी शनिवार को प्राथमिक शाला में तिलई संकुल की बैठक आयोजित थी, जिसमें शामिल होने के लिए संकुल के सभी शिक्षक पहुंचे थे। इसी दौरान पूर्व में यहां पदस्थ एक शिक्षिका कक्षा आठवीं के बच्चों से मिलने के लिए कक्षा पहुंची, जहां शराब के नशे में मदहोश शिक्षक उपाध्याय बच्चियों को अपने एकदम करीब बैठाकर अश्लील शायरी सुना रहे थे।
पूर्व माध्यमिक शाला तिलई |
वे बीच-बीच में बच्चियों के पीठ पर हाथ भी फेर रहे थे। यह नजारा देखने के बाद शिक्षिका कक्षा से बाहर आने लगी, तभी शिक्षक उपाध्याय दौड़ते हुए आए और उस शिक्षका के सलवार सूट का दुपट्टा पकड़ लिया। शिक्षिका जैसे ही पीछे पलटी, तब शराब के नशे में धुत्त शिक्षक उपाध्याय उन्हें देखकर सन्न रह गया, क्योंकि संबंधित शिक्षिका से उनके पारिवारिक संबंध हैं। इतना होने के बाद शिक्षक उपाध्याय ने उनसे माफी मांगकर भविष्य में इस तरह की हरकत दोबारा नहीं करने की बात कही। इतना तक पूरा मामला दबा हुआ था। मामला तब तूल पकडऩे लगा, जब मंगलवार को कक्षा आठवीं की कुछ बच्चियां शराबी शिक्षक के दहशत से स्कूल ही नहीं पहुंची। इस दिन भी शिक्षक उपाध्याय शराब के नशे में स्कूल पहुंचे हुए थे। कुछ बच्चियों के स्कूल नहीं पहुंचने की जानकारी मिलने पर सरपंच पति, उपसरपंच और अन्य ग्रामीण जब स्कूल पहुंचे, तब शराबी शिक्षक उपाध्याय की सारी करतूतें खुलकर सामने आई। इसके बाद मामले की सूचना संकुल प्रभारी अनुभव तिवारी ने अकलतरा के विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दी। शासकीय कार्य में व्यस्त होने के कारण बीईओ ने सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी राकेश सोनी को स्कूल भेजकर मामले की पूरी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। एबीईओ सोनी दोपहर करीब एक बजे स्कूल पहुंचे, तब तक शराबी शिक्षक उपाध्याय वहां से भाग गए थे। ऐसे में एबीईओ सोनी ने पूरे स्टॉफ के साथ बदसुलूकी की शिकार हुई उस महिला शिक्षिका को बुलवाकर उनका बयान दर्ज किया। इस दौरान शिक्षिका ने लिखित में अपना बयान दिया तथा यह भी कहा कि कक्षा आठवीं की बच्चियों को सामने बुलवाकर उनका बयान लिया जाए। बच्चियां जब एबीईओ के सामने आई तो उन्होंने शराबी शिक्षक उपाध्याय का पूरा $कुकृत्य चिट्ठे की तरह खोलकर सामने रख दिया। एबीईओ सोनी ने शिक्षिका सहित प्रधानपाठक और बच्चियां का बयान दर्ज किया है। इसके बाद आगे की कार्यवाही के लिए जांच रिपोर्ट उन्होंने विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सौंपने की बात कही है।
स्कूल के कमरे में बैठकर ही शराबखोरी
विद्यालय को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, जहां बच्चे अपना भविष्य संवारने के लिए पहुंचते हैं। अभिभावक भी चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर काबिल बने, लेकिन तिलई स्कूल के शराबी शिक्षक उपाध्याय ने शिक्षा के मंदिर को शर्मशार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उनका हौसला इस कदर बढ़ा हुआ है कि वे स्कूल के कमरे में ही बैठकर शराबखोरी करते हैं। मंगलवार को शिक्षक जब स्कूल पहुंचे तो कक्षा आठवीं में शराब की खाली बोलतें और डिस्पोजल गिलास बिखरे पड़े थे, जिसे स्कूल के सफाई कर्मी ने प्रधानपाठक के कहने पर बाहर फेंका। इससे स्पष्ट है कि शिक्षक उपाध्याय के मन में शासन-प्रशासन का कोई खौफ नहीं है।
एबीईओ को बच्चियों ने सुनाई आपाबीती
बीईओ के निर्देश पर जांच में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पहुंचे एबीईओ सोनी को कक्षा आठवीं की छात्राओं ने शराबी शिक्षक के कारनामों की खुलकर जानकारी दी। बच्चियों ने बताया कि वे काफी समय से ओझी हरकतें करते आ रहे हैं। इसकी शिकायत उन्होंने कई बार प्रधानपाठक से की थी। बच्चियों ने बताया कि प्रधानपाठक विभाग के उच्चाधिकारियों को जानकारी देने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे थे। इस वजह से शिक्षक की हरकतें कम नहीं हुई। शनिवार को शराबी शिक्षक यदि शिक्षिका के साथ बदसुलूकी नहीं करते तो शायद ही इस मामले का पर्दाफाश होता और उस शिक्षक की करतूत सामने आती। क्योंकि पीडि़त शिक्षिका स्वयं इस मामले में सामने आई और उन्होंने हंगामा करते हुए शराबी शिक्षक पर कार्यवाही की मांग की। इससे पहले उनकी आवाज दबा दी जा रही थी।
पीडि़त शिक्षिका ने लिखित में दिया बयान
सहायक विकासखंड अधिकारी सोनी ने बच्चियों का बयान दर्ज करने से पूर्व पीडि़त शिक्षिका का बयान लिया। इस दौरान शिक्षिका ने कई ऐसी बातें कहीं, जो चौंकाने वाली है। शिक्षिका ने बताया कि शिक्षक उपाध्याय अंग्रेजी विषय के शिक्षक हैं, उन्हें बच्चों को अंग्रेजी की शिक्षा देनी चाहिए, लेकिन वे कक्षा में बच्चियों को अपने पास टेबल के ऊपर बिठाकर जिस तरीके से उनके पीठ सहलाते हैं और अश्लील शेरो-शायरी करते हैं, वह एक शिक्षक का गुण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित शिक्षक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए, ताकि ऐसी घटना की पुनर्रावृत्ति न हो। इसके बाद शिक्षिका ने लिखित में अपना बयान भी दिया, जिसे एबीईओ ने जांच रिपोर्ट में संलग्न किया है।
दो बार निलंबित हो चुका है शराबी शिक्षक
जांच के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ कि शराबी शिक्षक उपाध्याय की पहुंच उच्च स्तर पर है। अपनी गलत हरकतों की वजह से वे दो बार निलंबित भी हो चुके हैं। इसी वजह से उन्हे पदोन्नति से भी वंचित होना पड़ा है। वे ग्राम तिलई के ही मूल निवासी हैं। पूर्व में उनकी गलत हरकतों की शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुंची थी, जिसके कारण उन्हें तिलई से हटाकर अन्यत्र पदस्थ किया गया था, लेकिन तत्कालीन कलेक्टर ओमप्रकाश चौधरी से मिन्नतें कर शिक्षक उपाध्याय ने फिर से अपनी पदस्थापना तिलई स्कूल में करवा ली। तत्कालीन कलेक्टर चौधरी ने अपने स्थानांतरण के समय ही उन्हें उपकृत करते हुए तिलई में पदस्थ करवा दिया।
राज्य महिला आयोग तक पहुंचा पूरा मामला
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तिलई में पदस्थ शराबी शिक्षक उपाध्याय की सारी करतूतों की शिकायत छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय तक पहुंची है। आयोग अध्यक्ष पाण्डेय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया है कि इस मसले को लेकर वे तत्काल कलेक्टर तथा जिला शिक्षा अधिकारी से बात करेंगी तथा उच्च स्तरीय जांच टीम बनवाकर मामले की सूक्ष्म जांच करवाई जाएगी। जांच में यदि शिकायत सही पाई जाती है तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ न केवल विभागीय, बल्कि कानूनी कार्यवाही भी करवाई जाएगी, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनर्रावृत्ति न हो।
बहुत गंभीर है यह मामला

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