जांजगीर-चांपा. छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने बकायादार उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है। विद्युत विभाग की टीम ने अपने अभियान के तहत मंगलवार को जांजगीर स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का कनेक्शन विच्छेद किया। डीईओ कार्यालय पर एक लाख 11 हजार रुपए का बिल बकाया था, जिसे जमा करवाने के लिए विद्युत विभाग ने कई बार नोटिस भी जारी किया था, लेकिन शिक्षा अधिकारी द्वारा बकाया राशि जमा नहीं करवाई गई, जिसके चलते विद्युत विभाग ने कड़ा रूख अपनाया।
जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय जांजगीर स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के जिम्मेदारों द्वारा लंबे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा था, जिसके कारण बिजली बिल की राशि बढ़ती ही जा रही थी। समय पर बिजली बिल जमा नहीं होने के कारण विद्युत विभाग ने शिक्षा अधिकारी को नोटिस भी जारी किया था। इसके बावजूद बकाया बिजली बिल की राशि जमा नहीं करवाई गई। एक लाख रुपए से अधिक बिजली बिल बकाया होने के कारण मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे विद्युत विभाग की टीम जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंची और वहां मौजूद अधिकारियों को बकाया बिल की राशि तत्काल जमा करवाने कहा।
जिला शिक्षाधिकारी जीपी भास्कर उस वक्त दफ्तर में मौजूद नहीं थे, जिसके कारण बकाया राशि का भुगतान नहीं हो सका। ऐसे में विद्युत विभाग की टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के विद्युत कनेक्शन के विच्छेदन की कार्यवाही कर दी। जिला शिक्षा अधिकारी भास्कर दोपहर के समय जब कलेक्टोरेट में आयोजित बैठक में शामिल होकर अपने दफ्तर लौटे, तब उन्हेें विद्युत विभाग की कार्यवाही की खबर मिली। इसके बाद डीईओ भास्कर ने आनन-फानन में बकाया राशि एक लाख 11 हजार रुपए विद्युत विभाग में जमा करवाकर कनेक्शन जुड़वाया। बताया जा रहा है कि विद्युत विभाग ने शाम करीब पांच बजे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का विद्युत कनेक्शन जोड़ा, जिसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
अंधेरे में बैठे थे डीईओ
दोपहर के समय डीईओ भास्कर जब कलेक्टोरेट से अपने दफ्तर पहुंचे तो उन्हें विद्युत विभाग की कार्यवाही की जानकारी हुई। इसके बाद उन्होंने कनेक्शन जुड़वाने प्रयास किया, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बकाया राशि अदा होने के बाद ही कनेक्शन जोडऩे की बात कही। ऐसे में डीईओ भास्कर घंटों तक अपने कक्ष में बिना लाइट-पंखे के अंधेरे में बैठे रहे। शाम चार बजे तक किसी तरह बिजली बिल की राशि की व्यवस्था हुई, तब तत्काल कर्मचारी भेजकर बकाया राशि विद्युत कार्यालय में जमा करवाई गई। इसके बाद शिक्षा अधिकारी कार्यालय का कनेक्शन जुड़ सका।
डीईओ ने जताई नाराजगी
विद्युत विभाग की इस कार्यवाही पर डीईओ भास्कर ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि जिस वक्त यह कार्यवाही हुई, उस वक्त वे दफ्तर में मौजूद नहीं थे। ऐसी स्थिति में विद्युत विभाग की टीम को थोड़ा सब्र तो करना था। उन्होंने कहा कि यह एक शासकीय दफ्तर है, इसके बावजूद विद्युत विभाग की टीम ने बिना सोचे-समझे कनेक्शन विच्छेद कर दिया। उन्होंने बताया कि मई 2017 में तीन लाख 62 हजार रुपए बिजली बिल अदा किया गया था। विभाग पर केवल एक लाख 11 हजार रुपए का बकाया था, इसके बावजूद टीम ने आनन-फानन में कनेक्शन विच्छेदन की कार्यवाही कर दी, जो सरासर गलत है।
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