राजू दरयानी @ सक्ती. जिले के कुछ शिक्षक जहां बेहतर ढंग से अध्यापन कार्य करवाकर जिले का नाम रोशन कर रहे हैं, वहीं शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुरदा में पदस्थ एक शिक्षक स्कूल में बच्चों को पढ़ाई कराने के बजाय सरपंच पत्नी का पूरा काम संभाल रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित शिक्षक ग्राम पंचायत सेन्दरी के प्रत्येक कार्य में दखलंदाजी करता है, जिससे ग्रामीण परेशान हैं। वहीं शिक्षक द्वारा नियमित रूप से स्कूल न पहुंचकर अपना पूरा समय पंचायत के कार्यों में दिए जाने से स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
शिक्षक को फटकार लगते सीईओ |
गौरतलब है कि केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा पंचायती राज्य का सपना साकार करते हुए ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को गांव के विकास एवं लोगों के हितों के लिए अधिकार प्रदान किया गया है, लेकिन विकासखण्ड के अतंर्गत कई महिला सरपंच के पति शासकीय पदों पर रहते हुए पंचायत के कार्य में पूर्ण दखल देकर पंचायत के कार्यो को प्रभावित कर रहे हंै। ऐसा ही कुछ मामला ग्राम पंचायत सेंदरी का है। इस गांव की सरपंच का पति लक्ष्मी राठौर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुरदा में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। ग्रामीणों का आरोप है कि वह अपने शिक्षकीय कार्य को करने के बजाय जनपद कार्यालय में आकर पंचायत के कार्यो का संचालन एवं देखरेख करता है, जबकि उनकी जिम्मेदारी ग्राम कुरदा के शासकीय प्राथमिक स्कूल में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि वह स्कूल में अध्यापन कार्य छोडक़र बिना किसी अवकाश के सरपंच पत्नी के दम पर जनपद पंचायत पहुंचकर ग्राम पंचायत के कार्यो को करते हुए उनमें हस्तक्षेप करता है। ग्रामीणों द्वारा शिक्षक लक्ष्मी राठौर को सरपंच पत्नी का कार्य निपटाते हुए आए दिन जनपद पंचायत कार्यालय में देखा जा रहा है, जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व इंद्रजीत बर्मन को दी गई थी, जिसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम बर्मन ने जनपद पंचायत सक्ती के सीईओ एसएस पोयाम को तत्काल दूरभाष पर निर्देशित कर कहा था कि शासकीय शाला कुरदा के शिक्षक लक्ष्मी राठौर अगर जनपद कार्यालय में उपस्थित पाया जाए तो उस पर तत्काल कार्यवाही करें। एसडीएम बर्मन के निर्देश पर जनपद सीईओ पोयाम ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को बुलाकर कहा था कि शिक्षक लक्ष्मी राठौर यदि जनपद कार्यालय पहुंचते हैं तो उन्हें तत्काल मेरे सामने लाया जाए।
बुधवार को भी पहुंचा था जनपद कार्यालय
बताया जा रहा है कि शिक्षक लक्ष्मी राठौर बुधवार को भी ग्राम पंचायत सेन्दरी से संबंधित कार्य के लिए जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचा था, तभी कर्मचारियों ने स्वच्छ भारत शाखा में बैठे शिक्षक लक्ष्मी राठौर को सीईओ पोयाम का आदेश सुनाया और उसे सीईओ के कक्ष में उपस्थित होने कहा, जिस पर लक्ष्मी राठौर तत्काल सीईओ के कक्ष में उपस्थित हुआ। इस दौरान सीईओ पोयाम द्वारा लक्ष्मी राठौर से स्कूल छोडक़र जनपद कार्यालय आने के संबंध में जानकारी ली गई, तब शिक्षक लक्ष्मी राठौर ने कहा कि वह शौचालय के कार्य से जनपद कार्यालय पहुंचा है और संबंधित अधिकारियों द्वारा बनाए शौचालय की जानकारी तथा दस्तावेज जमा करने आया है। इनता सुनने के बाद सीईओ पोयाम ने शिक्षक से अवकाश लेने के संबंध में पूछा, तब शिक्षक ने बताया कि उससे छुट्टी नहीं ली है।
सीईओ ने लगाई फटकार, थमाया नोटिस
जनपद कार्यालय पहुंचने के संबंध में संपूर्ण जानकारी लेने के बाद सीईओ पोयाम ने शिक्षक लक्ष्मी राठौर को जमकर फटकार लगाई। सीईओ पोयाम ने कहा कि ग्राम पंचायत सेन्दरी की सरपंच आपकी पत्नी है या फिर आप? आप शासकीय कर्मचारी होते हुए भी पंचायत के कार्यों में दखलंदाजी कर रहे हैं, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। सीईओ पोयाम ने यह भी कहा कि भविष्य में यदि जनपद कार्यालय परिसर में दिखे तो ठीक नहीं होगा। शिक्षक की जवाबदारी मिली है तो उसे पूरा करो और ग्राम पंचायत का काम सरपंच पत्नी या सचिव को करने दो। सीईओ पोयाम ने शिक्षक लक्ष्मी राठौर को नोटिस जारी कराकर जवाब प्रस्तुत करने कहा है।
शिक्षक को नोटिस जारी
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कुरदा के शिक्षक लक्ष्मी राठौर को विकासखंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से नोटिस जारी कर संतोषजनक जवाब प्रस्तुत करने कहा गया है। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि यदि आगे जनपद कार्यालय में दिखे तो कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
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