शनिवार, 25 नवंबर 2017

प्राकृतिक आपदा राशि की लालच में पडक़र की थी मासूम की हत्या, पांच वर्षीय बच्ची की हत्या के आरोप में बड़े पिता एवं बड़ी मां गिरफ्तार

पामगढ़. पुुलिस ने पांच वर्षीय मासूम की हत्या के आरोप में उसके बड़े पिता एवं बड़ी मां को गिरफ्तार किया है। इन्होंने घटना को प्राकृतिक आपदा बताकर शासन से मिलने वाली क्षतिपूर्ति राशि से अपना कर्ज चुकाने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस की सजगता से पकड़े गए। पामगढ़ पुलिस ने बताया कि ग्राम रसौटा निवासी चंदराम यादव की पांच वर्षीय पुत्री निशा यादव का शव बीते 13 नवंबर को उसके बड़े भाई गेंदराम यादव के घर से लगे एक छोटे गड्ढे के कीचडय़ुक्त पानी में संदिग्धावस्था में मिला था। इसकी सूचना परिजनों द्वारा पामगढ़ थाने में दी गई थी।

पूछताछ में पता चला कि घटना के दिन शाम करीब साढे चार बजे मृतका निशा अपने बड़े भाई अजय यादव (6) के साथ घर के सामने खेलते हुए गायब हो गई थी, जिसकी खोजबीन मृतका निशा के परिजनों और ग्रामीणों ने आसपास की, तब वह गड्ढे के कीचडय़ुक्त पानी में मृत अवस्था में मिली। मर्ग जांच के दौरान घटना स्थल व शव का निरीक्षण वैज्ञानिक अधिकारी, स्नाफर डॉग आदि वैज्ञानिक तरीकों से करवाया गया। स्नाफर डॉग घटना स्थल पर मिले मृतका निशा के चप्पल को सूंघकर गेंदराम के घर के अंदर पहुंचा, जहां मृतका निशा अंतिम समय खेल रही थी। निशा के शव के ऊपर करमता नार पड़े होने तथा छोटे गड्ढे में 20 सेमी पानी होने से उसे पानी में डूबाकर हत्या करने की आशंका पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव को संपूर्ण हालात से अवगत करवाया गया। उनके मार्गदर्शन में प्रकरण के सभी बिन्दुओं पर बारीकी से जांच की गई। जांच के दौरान घटना के समय मृतका निशा के साथ खेल रहे उसके बड़े भाई अजय यादव से सिविल कपड़ों में गवाहों के समक्ष संवेदनशीलता पूर्वक पूछताछ की गई, तब पता चला कि घटना के समय मृतका निशा के बड़े पिता गेंदराम यादव एवं बड़ी मां अमरीका बाई द्वारा मिलकर उसे घर के मुरूमयुक्त आंगन में पटककर पैरों से खूंद-खूंदकर मारपीट की गई। मृतका निशा के चिल्लाने पर उसके मुंह को हाथ से दबाकर घर से लगे छोटे गड्ढे के कीचडय़ुक्त पानी में फेंककर गेंदराम द्वारा पैरों से उसके मुंह को कीचड़ में दबाया गया।

पूछताछ में यह भी पता चला कि गेंदराम दोनों परिवारों का मुखिया है और कई लोगों से रकम उधार ले रखा है। प्राकृतिक आपदा के तहत मिलने वाली मुआवजा राशि की लालच में आकर उसने निशा की हत्या की है। इसकी जानकारी मृतका निशा के माता-पिता को थी, लेकिन भयवश वे चुप थे। मृतका निशा की मृत्यु पूर्व शरीर में पाए गए असामान्य चोट का क्यूरी परीक्षण कराने पर घटना के समय मारपीट करना स्पष्ट हुआ। मर्ग जांच पर प्रथम दृष्टया हत्या होना पाए जाने पर भादवि की धारा 302, 201, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान आरोपी गेंदलाल यादव से घटना के समय प्रयुक्त पैरागान चप्पल तथा आरोपी अमरीका बाई की टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े तथा चप्पल को घटना स्थल से जब्त किया गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी लगभग एक लाख रुपए की ऊधारी है, जिसे चुकता करने के लिए उन्होंने निशा की हत्या की, ताकि इस घटना को प्राकृतिक आपदा बताकर वे शासन से मिलने वाली मुआवजा राशि प्राप्त कर सकें। प्रकरण में आरोपियों के जुर्म स्वीकारने से उन्हें 25 नवंबर को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।

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